देश / मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बड़ा बयान- बीजेपी को बताया चीटिंगबाज पार्टी

Zoom News : Dec 21, 2020, 07:39 PM
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रविवार को किए गए हमलों के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पलटवार किया है। बनर्जी ने बीजेपी को चीटिंगबाज पार्टी बताया है। इसके साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी राजनीति के लिए कुछ भी कर सकती है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अमित शाह पर पलटवार करते हुए कहा, ''आप गृह मंत्री हैं। आपको झूठ बोलना शोभा नहीं देता है।'' उन्होंने कहा कि बीजेपी एक चीटिंगबाज पार्टी है। राजनीति के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। हम संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का तब से विरोध कर रहे हैं, जब से उसे कानून बनाया गया है। वे (बीजेपी) नागरिकों के भाग्य का फैसला नहीं कर सकते, उन्हें अपनी किस्मत खुद तय करने दें। हम सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ हैं।''

उन्होंने आगे कहा कि अमित शाह ने कल (रविवार) झूठ का पुलिंदा बोला है। उन्होंने दावा किया कि हमारा राज्य उद्योग में 'शून्य' है, लेकिन हम एमएसएमई क्षेत्र में नंबर एक हैं। उन्होंने दावा किया कि हम ग्रामीण सड़कों का निर्माण नहीं कर सकते, लेकिन हम उसमें नंबर एक हैं। यह जानकारी भारत सरकार की है।

गृह मंत्री अमित शाह ने क्या कहा था?

पश्चिम बंगाल के दो दिनों के दौरे के अंतिम दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा था कि संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के सिर्फ नियम बनना बाकी हैं। उन्होंने बताया था कि कोरोना वायरस की वैक्सीन बन जाने के बाद सरकार आगे विचार करेगी। संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा था, ''सीएए के अभी नियम बनना बाकी हैं। कोरोना वायरस महामारी के चलते यह नहीं हो सका है। जैसे ही वैक्सीन आ जाएगी, उसके बाद सरकार विचार करके जानकारी देगी।'' वहीं, अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी भी दी थी कि अगर बीजेपी को राज्य में जीत मिलती है, तो फिर पार्टी किसे अपना मुख्यमंत्री घोषित करेगी। शाह ने कहा कि बंगाल का अगला मुख्यमंत्री बीजेपी इसी राज्य से बनाएगी। हालांकि, क्या पार्टी चुनाव से पहले मुख्यमंत्री उम्मीदवार उतारेगी या नहीं, शाह ने कहा कि पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया जाएगा।

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