देश / संजय राउत पर जिस घोटाले को लेकर शिकंजा, क्या है पात्रा चॉल स्कैम

Zoom News : Jul 31, 2022, 10:42 PM
शिवसेना सांसद संजय  राउत पर लंबे समय से ईडी शिकंजा कस रही है। वह एक बार ईडी के दफ्तर में पहुंचे थे और उनसे 10 घंटे पूछताछ चली थी। वहीं ईडी ने संजय राउत के परिवार से संबंधित 11 करोड़ की प्रॉपर्जी कुर्क कर दी थी। इसमें जमीन भी शामिल थी। रविवार को संजय राउत के तीन ठीकानों पर करीब 9 घंटे छापेमारी चली। ईडी ने साढ़े 11 लाख रुपये की नकदी जब्त की। ईडी का आरोप है कि संजय राउत पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे इसलिए उन्हें हिरासत में ले लिया गया। यह पूरी छानबीन पात्रा चॉल स्कैम को लेकर चल रही है जिसमें संजय राउत का परिवार भी आरोपी है। आइए जानते हैं आखिर क्या है यह मामला...

क्या है पात्रा  चॉल स्कैम?

साल 2007 में महाराष्ट्र हाउसिंग ऐंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) ने चॉल में रहने वाले परिवारों को स्थायी घर देने के लिए फ्लैट बनाकर देने की योजना शुरू की थी। यह काम गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर में होना था। पात्रा चाल के रिडिवेलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था। म्हाडा की 47 एकड़ की जमीन में 672 घर बने हैं। कंपनी को साढ़े तीन हजार फ्लैट बनाकर देने थे। म्हाडा का प्लान था कि फ्लैट बनने के बाद जो जमीन बचेगी उसे बेच दिया जाएगा। हालांकि 14 साल के बाद भी कंपनी ने यहां फ्लैट नहीं बनाए। आरोप है कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी ने म्हाडा के साथ धोखाधड़ी की और बिना फ्लैट बनाए ही जमीन बिल्डरों को बेच दी। इससे उसे 901 करोड़ रुपये से ज्यादा का मुनाफा हुआ। 

आरोप है कि कंपनी ने बाद में दूसरा प्रोजेक्ट शुरू किया और खरीदारों से 138 करोड़ रुपये जुटा लिए। कंपनी ने गलत तरीके से 1034 करोड़ रुपये की कमाई की और अपने सहयोगियों में राशि का बंटवारा किया। यह कंपनी एचडीआईएल की सिस्टर कंपनी है। प्रवीण राउत इसमें डायरेक्टर थे। 

कैसे जुड़े संजय राउत से तार

साल 2018 में म्हाडा ने गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ एफआईआर की और धोखाधड़ी का आरोप लगाया। यह मामला इकनॉमिक ऑफेंस विंग को दिया गया था। 2020 में प्रवीण राउत को गिरफ्तार किया गया जिसे संजय राउत का करीबी बताया जाता है। प्रवीण राउत सारंग और राकेश वधावन के साथ कंपनी का डायरेक्टर था। वधावन भाई पीएमसी बैंक घोटाले के भी आरोपी हैं। 

संजय राउत की पत्नी का नाम क्यों आया?

प्रवीण राउत की गिरफ्तारी के बाद सुजीत पाटकर नाम के शख्स के ठिकानों पर छापेमारी की गई। यहां मिले दस्तावेजों सो पता चला कि प्रवीण राउत की पत्नी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा को कर्ज दिया था। 55 लाख कर्ज लेकर वर्षा राउत ने दादर में फ्लैट खरीदा था। सुजीत पाटकर का लिंक भी संजय राउत से जुड़ गया। बताया जाता है कि वह भी संजय राउत का करीबी है और राउत की बेटी उसकी वाइन  ट्रेडिंग कंपनी में पार्टनर हैं। इस तरह संजय राउत का परिवार ईडी के शिकंजे में फंस गया। 

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