News18 : Sep 18, 2020, 09:30 AM
पटना। पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) के निधन के बाद RJD को इसका साइड इफ़ेक्ट दिखने लगा है। दरअसल, रघुवंश सिंह के स्वजातीय कई बड़े नेता राजद में शामिल होने की तैयारी में थे, लेकिन सूत्र बताते हैं कि फ़िलहाल उस पर ब्रेक लग गयी है। वहीं, जेडीयू (JDU) के नेता भी राजद में शामिल होने की तैयारी करने वाले रघुवंश के स्वजातीय नेताओं से फ़ैसले पर फिर से सोचने की नसीहत दे रहे हैं।
दरअसल, राजद अपने MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण के अलावे मिशन 'R' यानी राजपूत नेताओं को राजद में शामिल करने की पूरी तैयारी किए बैठा था। तारीख भी लगभग फ़ाइनल हो चुकी थी, लेकिन इसी बीच रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन ने राजद के मिशन 'R' को ज़ोरदार झटका दे दिया है। सूत्रों से खबर ये भी है कि फ़िलहाल राजद ने अपने मिशन पर ब्रेक लगा दिया है।
राजद में शामिल होने को लेकर इन बड़े नामों की चर्चा-:पुतुल देवी — पूर्व सांसदश्रेयसी सिंह — पुतुल देवी की बेटीनरेंद्र सिंह —पूर्व मंत्रीसुनील सिंह - पूर्व एमएलसीरामा सिंह — पूर्व सांसदहालांकि, इनके अलावा और भी कुछ ऐसे नाम हैं, जिनपर राजद की नज़र है, लेकिन रघुवंश सिंह के निधन ने राजद को फ़िलहाल झटका दे दिया है। दूसरी ओर, रघुवंश बाबू के निधन के बहाने जेडीयू राजपूत नेताओं से आग्रह कर रहा है कि राजद में 'R' फ़ैक्टर को कोई तवज्जो नहीं मिलने वाली है। इसी क्रम में बिहार सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह ने तो पुतुल देवी और उनकी बेटी को जेडीयू में आने का ऑफ़र तक दे दिया है।ज़ाहिर है जेडीयू रघुवंश सिंह के मौत के बहाने राजपूत जाति पर डोरे डालने में जुट गई है। सत्तारूढ़ पार्टी रघुवंश सिंह के मौत के बहाने राजपूत जाति के वोटरों के भावनाओं को छूना चाहती है। हालांकि, राजद जेडीयू के चाल को बखूबी समझ रहा है। लेकिन, इन नेताओं के राजद में शामिल न होने के सवाल को आरजेडी विधायक विजय प्रकाश ये कह कर टालने की कोशिश कर रहे हैं कि हो सकता है कि कोई बात हो या बात नहीं बन रही हो।
दरअसल, राजद अपने MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण के अलावे मिशन 'R' यानी राजपूत नेताओं को राजद में शामिल करने की पूरी तैयारी किए बैठा था। तारीख भी लगभग फ़ाइनल हो चुकी थी, लेकिन इसी बीच रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन ने राजद के मिशन 'R' को ज़ोरदार झटका दे दिया है। सूत्रों से खबर ये भी है कि फ़िलहाल राजद ने अपने मिशन पर ब्रेक लगा दिया है।
राजद में शामिल होने को लेकर इन बड़े नामों की चर्चा-:पुतुल देवी — पूर्व सांसदश्रेयसी सिंह — पुतुल देवी की बेटीनरेंद्र सिंह —पूर्व मंत्रीसुनील सिंह - पूर्व एमएलसीरामा सिंह — पूर्व सांसदहालांकि, इनके अलावा और भी कुछ ऐसे नाम हैं, जिनपर राजद की नज़र है, लेकिन रघुवंश सिंह के निधन ने राजद को फ़िलहाल झटका दे दिया है। दूसरी ओर, रघुवंश बाबू के निधन के बहाने जेडीयू राजपूत नेताओं से आग्रह कर रहा है कि राजद में 'R' फ़ैक्टर को कोई तवज्जो नहीं मिलने वाली है। इसी क्रम में बिहार सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह ने तो पुतुल देवी और उनकी बेटी को जेडीयू में आने का ऑफ़र तक दे दिया है।ज़ाहिर है जेडीयू रघुवंश सिंह के मौत के बहाने राजपूत जाति पर डोरे डालने में जुट गई है। सत्तारूढ़ पार्टी रघुवंश सिंह के मौत के बहाने राजपूत जाति के वोटरों के भावनाओं को छूना चाहती है। हालांकि, राजद जेडीयू के चाल को बखूबी समझ रहा है। लेकिन, इन नेताओं के राजद में शामिल न होने के सवाल को आरजेडी विधायक विजय प्रकाश ये कह कर टालने की कोशिश कर रहे हैं कि हो सकता है कि कोई बात हो या बात नहीं बन रही हो।