Commonwealth Games / अहमदाबाद को मेजबानी की सिफारिश, 26 नवंबर को अंतिम फैसला

2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए अहमदाबाद का नाम प्रस्तावित किया गया है। राष्ट्रमंडल खेल के कार्यकारी बोर्ड ने इसकी सिफारिश की है। अंतिम फैसला 26 नवंबर को जेनरल बॉडी मीटिंग में लिया जाएगा। भारत ने नाइजीरिया को पछाड़ा। गृह मंत्री अमित शाह ने इसे गर्व का क्षण बताया।

2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। राष्ट्रमंडल खेल के कार्यकारी बोर्ड ने अहमदाबाद को 2030 राष्ट्रमंडल खेलों के प्रस्तावित मेजबान के रूप में अनुशंसित किया है। इस महत्वपूर्ण फैसले पर अंतिम मुहर 26 नवंबर को जेनरल बॉडी मीटिंग में लगाई जाएगी। न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, भारत को इस प्रतिष्ठित मेजबानी के लिए नाइजीरिया से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा था और हालांकि, कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स ने भविष्य में नाइजीरिया की मेजबानी की संभावनाओं को बढ़ाने और उन्हें समर्थन देने की रणनीति बनाई है, जिसमें 2034 के खेलों की संभावित मेजबानी भी शामिल है।

प्रेस रिलीज और अमित शाह का बयान

कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि कार्यकारी बोर्ड ने 2030 शताब्दी कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए अहमदाबाद, भारत को प्रस्तावित मेजबान शहर के रूप में पुष्टि की है। गुजरात का अहमदाबाद अब कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की पूरी सदस्यता के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा और इस अवसर पर भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि यह भारत के लिए बहुत गर्व और खुशी का दिन है। उन्होंने अहमदाबाद में 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के अधिकार पर सभी नागरिकों को बधाई दी।

100वीं वर्षगांठ और भारत का इतिहास

यह उल्लेखनीय है कि 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स अपनी 100वीं वर्षगांठ मनाएगा। इन खेलों की शुरुआत 1930 में कनाडा के हैमिल्टन शहर में हुई थी। भारत ने इससे पहले 2010 में नई दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की थी। टीम इंडिया का प्रदर्शन राष्ट्रमंडल खेलों में हमेशा अच्छा रहा है; बर्मिंघम 2022 में भारत पदक तालिका में चौथे स्थान पर रहा था। इसके अलावा, भारत 2036 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी की दावेदारी भी पेश कर चुका है।