सरकारी नौकरी 2020 / केंद्र सरकार में खाली पड़े हैं 7 लाख पद, जल्द भर सकती है नरेंद्र मोदी सरकार

Jansatta : Jan 23, 2020, 03:58 PM
नई दिल्ली | देश की डंवाडोल अर्थव्यवस्था और कथित मंदी के दौर बीच 23 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार ने कई सरकारी विभागों में रिक्त पदों का डेटा सार्वजनिक किया है।

जारी आंकड़ों के मुताबिक, लगभग सात लाख पद खाली हैं। इनमें सबसे अधिक Group C में नौकरियां हैं। ग्रुप सी कर्मचारियों को नौ हजार रुपए प्रति माह से 34,500 रुपए के बीच तक प्रति माह वेतन मिलता है। और, यह आंकड़ा पांच लाख 75 हजार के आस-पास है।

यही नहीं, Group B में लगभग 90 हजार और Group A में तकरीबन 20 हजार पद भरे जाने हैं। बता दें कि ग्रुप बी की नौकरियों में- Police Head Constables, Junior Engineers, TTEs, Tax Assiatnst, Stenographers और Typist आदि पद आते हैं।

इसी बीच, विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया कि सरकार ने इन पदों को भरने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि इन नौकरियों पर भर्तियों के लिए व्यवस्थित तरीके से भर्ती अभियान चलाया जा सकता है।

Department of Personnel & Training (कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग) इसके लिए सभी मंत्रालयों और विभागों को इससे पहले खत भी लिख चुका है। 21 जनवरी को इस बाबत लिखे गए पत्र में केंद्र के इन सात लाख पदों को जल्द से जल्द भरने के लिए उचित कदम उठाने के लिए कहा गया है।

कुछ रिपोर्ट्स में इसी लेटर के हवाले से बताया गया, “निवेश और विकास पर कैबिनेट की समिति की 23 दिसंबर 2019 को हुई बैठक में सभी मंत्रालयों/विभागों में खाली पड़े पदों को भरने का निर्देश दिया गया है।”

बताया गया कि सरकार ने ये पद भरने के लिए उठाए गए कदमों की रिपोर्ट भी मांगी है, जो कि संबंधित विभागों, मंत्रालयों और अधिकारियों को हर महीने पांचवे दिन सौंपनी होगी। वहीं, इसी माह की शुरुआत में Indian Railways ने 2.3 लाख वैकेंसियां खाली होने की बात मानी थी।

बता दें कि सरकार, संसद में नवंबर 2019 में बता चुकी है कि 2014 के बाद से कर्मचारियों की संख्या में गिरावट आई है, पर सैंक्शन किए गए पदों की संख्या में गिरावट आई है। यह आंकड़ा 1.57 लाख के करीब है।

सरकारी आंकड़े यह भी बताते हैं कि केंद्र सरकार में 1 मार्च, 2018 तक 31.81 लाख भर्तियां हुईं, जबकि 38 लाख पद रिक्त थे। केंद्र में सबसे बड़े स्तर पर भर्ती करने वाला या फिर नौकरी देने वाले भारतीय रेल में लगभग 2.5 लाख नौकरियां थीं। 1.9 लाख रिक्तियां रक्षा क्षेत्र में भी थीं, जबकि अन्य क्षेत्रों में भी नौकरियां थीं।

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