India-UAE Relation / आखिर दुनिया को क्या मैसेज दे रहे भारत-UAE? कर रहे दोस्ती की मिसाल पेश

Zoom News : Jan 09, 2024, 08:44 AM
India-UAE Relation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन के दौरे पर देर रात गुजरात पहुंच चुके हैं. पीएम मोदी यहां गुजरात वाइब्रेंट समिट के 10वें संस्करण में मुख्य अतिथि होंगे. वह इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे. इस बार के समिट की खासियत होगी UAE के राष्ट्रपति का बतौर मेहमान शामिल होना. UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान मंगलवार को अहमदाबाद पहुंचेंगे. इसके बाद पीएम मोदी और UAE के राष्ट्रपति एयरपोर्ट से साबरमती आश्रम तक रोड शो करेंगे. ये जानना रोचक होगा कि पीएम मोदी UAE के राष्ट्रपति के साथ साबरमती आश्रम तक करीब 7 किलोमीटर लंबा रोड शो करके देश और दुनिया को क्या संदेश देंगे.

साल 2022 में पीएम मोदी अपने चौथे दौरे पर UAE पहुंचे थे. UAE के राष्ट्रपति अल नाह्यान खुद प्रोटोकॉल तोड़कर अबू धाबी एयरपोर्ट पर पीएम मोदी के स्वागत में खड़े दिखे थे. ये बताता है कि UAE राष्ट्रपति अल नाह्यान के दिल में पीएम मोदी के लिए कितना सम्मान है. इस दौरे से पहले ही UAE के राष्ट्रपति पीएम मोदी के मुरीद हो चुके थे. साल 2019 में पीएम मोदी को UAE के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ से सम्मानित किया जाना इसका उदाहरण है. दोनों के बीच दोस्ती के दौर की नींव साल 2015 में ही पड़ गई थी. जब पीएम मोदी ने UAE का पहला दौरा किया था. इसके बाद वह अब तक पांच बार UAE का दौरा कर चुके हैं.

34 साल में किसी भारतीय पीएम का पहला दौरा

पीएम मोदी का पहला दौरा अगस्त 2015 में हुआ था. दूसरा, फरवरी 2018 में, तीसरा, अगस्त 2019 में, चौथा, जून 2022 और पांचवां जुलाई 2023 में हुआ था. साल 2015 में पीएम ने UAE का दौरा किया तो ये पिछले 34 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा था. UAE की दोस्ती का रिटर्न गिफ्ट देने में पीएम मोदी भी पीछे नहीं हैं.

इसकी झलक साल 2017 में गणतंत्र दिवस पर देखने को मिली थी. मोदी सरकार ने मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान को ही चीफ गेस्ट के रूप में न्योता दिया था. तब मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान यूएई के राष्ट्रपति नहीं थे बल्कि अबूधाबी के क्राउन प्रिंस थे. परंपरा के हिसाब से भारत गणतंत्र दिवस पर किसी देश के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति को ही मुख्य अतिथि बनाता है. लेकिन अल नाह्यान 2017 में गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनकर आए थे. यानी पीएम मोदी भी UAE से रिश्तों को तवज्जो देने में पीछे नहीं है.

कूटनीति के जानकार मानते हैं कि पीएम मोदी की व्यावहारिक राजनीति, एक मजबूत नेता की छवि और विश्व में बढ़ती लोकप्रियता है. पीएम मोदी और अल नाह्यान की कैमिस्ट्री बाकी मुस्लिम देशों में भी मिसाल बन रही है. भारत-UAE की गहरी होती दोस्ती का असर दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और आर्थिक सहयोग के मोर्चे पर भी दिख रहा है.

दोनों देशों के बीच भारतीय रुपये और UAE की मुद्रा दिरहम में कारोबार के लिए समझौता हुआ है. भारत, UAE के बीच पहला मुक्त व्यापार समझौता हुआ है. UPI और UAE के इंस्टेंट पेमेंट प्लेटफॉर्म की लिंकिंग को मंजूरी है. आपसी कारोबार को बढ़ाकर 100 अरब डॉलर तक ले जाने पर सहमति बनी है. UAE मानता है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. जम्मू कश्मीर से 370 हटाने के मोदी सरकार के फैसले का ‘गल्फ को-ऑपरेशन काउंसिल’ जैसे मुस्लिम मंच पर विरोध होने से रोका. UAE की कंपनी ने जम्मू कश्मीर में निवेश किया है. यानी UAE ने कश्मीर पर पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा की पूरी तरह हवा निकाल दी.

फरवरी में UAE जाएंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री अगले महीने यानी फरवरी में UAE के दौरे पर जाएंगे. पीएम मोदी अबू धाबी में स्वामी नारायण मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे. वह 13 फरवरी को अबू धाबी में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित भी करेंगे. कार्यक्रम में 350 से ज्यादा विभिन्न भारतीय समुदाय के नेता उपस्थित भी रहेंगे.

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER