कोरोना वायरस / चीन के बाद अब भारत का नंबर, जयपुर के अस्पताल में चीन से आया छात्र भर्ती

AajTak : Jan 27, 2020, 07:09 AM
जयपुर | चीन में कोरोना वायरस से हड़कंप मचा हुआ है और दुनिया के अन्य हिस्सों में इससे निपटने की सभी कोशिशें की जा रही हैं। रविवार को जयपुर में कोराना वायरस का संदिग्ध मरीज सामने आया है। उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कोरोना वायरस से पीड़ित लड़का चीन में पढ़ रहा है। इस बीमारी का लक्षण मिलने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जयपुर के एसएमएस अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डीएस मीणा ने पुष्टि की है कि एक मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। उन्होंने बताया कि उसका सैम्पल टेस्ट के लिए भेजा जाएगा। अभी कोरोना वायरस के मामले की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि अब तक चीन में कोई भी भारतीय कोरोना वायरस के प्रकोप से प्रभावित नहीं हुआ है। बीजिंग स्थित दूतावास सभी भारतीयों के साथ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के संपर्क में है। वुहान और हुबेई प्रांत से भी लगातार अपडेट लिए जा रहे हैं।

वहीं चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है, जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 1,975 तक पहुंच गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने रविवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, आयोग ने कहा कि शनिवार को 15 और लोगों के मरने व 688 लोगों के संक्रमित होने की सूचना आई है।

324 लोगों की हालत गंभीर

वहीं न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, आयोग ने कहा कि कुल 1,975 संक्रमित लोगों में से 324 लोगों की हालत गंभीर है और ठीक होने के बाद 49 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया। इस दौरान कोरोना वायरस के 2,684 संदिग्ध मामले भी पाए गए हैं। स्वास्थ्य प्रशासन ने संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लगभग 23,500 लोगों का परीक्षण किया है, जिनमें से 21,500 लोगों में किसी भी लक्षण को देखने के लिए उन्हें लगातार निगरानी में रखा गया है। चीन के 34 में से कम से कम 25 प्रांतीय खंडों में स्वास्थ्य का उच्चतम आपातकाल घोषित कर दिया गया है।

चीन के बाहर थाईलैंड में पांच मामले, ऑस्ट्रेलिया में चार, ताईवान, सिंगापुर, मलेशिया और फ्रांस में तीन-तीन और जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, वियतनाम में दो-दो व नेपाल में कोरोना वायरस के एक मामले की पुष्टि हुई है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, कोरोना वायरस के मरीज को जुकाम के साथ-साथ बुखार और थकान, सूखी खांसी और सांस लेने में परेशानी होती है।

चीन में इसके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाने के कारण डब्ल्यूएचओ ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित नहीं करने का निर्णय लिया है। कोरोना वायरस के खिलाफ महामारी के केंद्र हुबेई प्रांत में दर्जन भर शहरों में और उनके आसपास यातायात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है और चीनी नववर्ष उत्सवों को रद्द कर दिया है।

वुहान से हुई शुरुआत

हुबेई की राजधानी वुहान में लगभग 1।1 करोड़ लोग रहते हैं और कोरोना वायरस का पहला मामला यहीं पाया गया था। वुहान में हर तरह का यातायात रद्द कर दिया गया है। महामारी के लगातार फैलने के कारण रविवार को अन्य शहरों में भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशनों और बीजिंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने वालों समेत कुल 55 रेलवे स्टेशनों पर तापमान स्क्रीनिंग की जा रही है, जिससे संदिग्ध मामलों की पहचान की जा सके। इस बीमारी के खिलाफ चीन ने वुहान में डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों समेत 600 कर्मियों को तैनात किया है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER