USA / समुद्र के अंदर भी ड्रोन अटैक की तैयारी में अमेरिका, बना रहा स्पेशल 'सबमरीन'

अभी तक न्यूक्लियर पॉवर सबमरीन को समुद्र के अंदर सबसे शक्तिशाली हथियार माना जाता है, लेकिन अमेरिका अपनी बादशाहत को कायम रखने के लिए कुछ और ही तैयारी कर रहा है। इन दिनों अमेरिका की प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी बोइंग एक ऐसे ड्रोन सबमरीन का ट्रायल कर रही है जो सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित दुश्मनों के जहाजों और पनडुब्बियों को पल भर में डुबा सकती है।

वॉशिंगटन: अभी तक न्यूक्लियर पॉवर सबमरीन को समुद्र के अंदर सबसे शक्तिशाली हथियार माना जाता है, लेकिन अमेरिका अपनी बादशाहत को कायम रखने के लिए कुछ और ही तैयारी कर रहा है। इन दिनों अमेरिका की प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी बोइंग एक ऐसे ड्रोन सबमरीन का ट्रायल कर रही है जो सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित दुश्मनों के जहाजों और पनडुब्बियों को पल भर में डुबा सकती है।

नौसैनिकों की जिंदगियां जोखिम में नहीं होंगी

इस ड्रोन पनडुब्बी के निर्माण से युद्ध के दौरान नौसैनिकों की जिंदगियां जोखिम में नहीं होंगी। वे सुरक्षित दूरी से इस ड्रोन पनडुब्बी को ऑपरेट कर दुश्मनों के खिलाफ घातक कार्रवाई को अंजाम दे सकते हैं। अमेरिकी नेवी ने तो 13 फरवरी, 2019 को इन ड्रोन पनडुब्बियों को बनाने के लिए बोइंग के साथ 43 मिलियन डॉलर का करार किया है। इस डील के तहत बोइंग चार ओर्का एक्स्ट्रा लार्ज अनमैन्ड अंडरस व्हीकल (XLUUVs) पनडुब्बियों का निर्माण करेगी।


एक बार में 6500 नॉटिकल मील का सफर करने में सक्षम

ये ड्रोन पनडुब्बियां एक बार में 6,500 नॉटिकल मील की दूरी तय करने में सक्षम हैं। ओर्का क्लास की ये पनडुब्बियां माइन काउंटरमेशर, एंटी-सबमरीन वारफेयर, एंटी-सरफेस वारफेयर, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर और स्ट्राइक मिशन को अंजाम देने में सक्षम हैं। अमेरिकी नौसेना के लिए इन ड्रोन पनडुब्बियों को गेम चेंजर माना जा रहा है।


ओर्का क्लास पनडुब्बी की यह है ताकत

ओर्का क्लास की एक पनडुब्बी अपने मिशन डिप्लॉयमेंट के दौरान 46 लाइटवेट टॉरपीडो को लेकर जा सकती है। इसके अलावा ये पनडुब्बी 48 हैवीवेट टॉरपीडो को भी कैरी कर सकती है। इन तॉरपीडो की मदद से समुद्र की सतह पर मौजूद दुश्मन के किसी भी युद्धपोत को आसानी से नष्ट किया जा सकता है। इसमें एंटी शिप मिसाइलों को भी तैनात किया जा सकता है। यह पनडुब्बी समुद्र में माइन को भी बिछा सकती है।


अमेरिकी नौसेना की ताकत में होगा इजाफा

अमेरिकी नौसेना में इन ओर्का क्लास की पनडुब्बियों की तैनाती के बाद से न केवल उसकी फायर पॉवर बढ़ जाएगी, बल्कि ये आसानी से डिटेक्ट भी नहीं की जा सकेंगी। इन पनडुब्बियों की तैनाती सेअमेरिकी नौसैनिकों के जान का खतरा कम होगा और वे सुरक्षित दूरी से इसे ऑपरेट भी कर पाएंगे।