- भारत,
- 04-Jul-2025 03:20 PM IST
Jane Street: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अमेरिकी हाई-फ्रिक्वेंसी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट पर अंतरिम बैन लगा दिया है। कंपनी पर आरोप है कि उसने दलाल स्ट्रीट में हेराफेरी करके भारतीय शेयर बाजार से 36,500 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की। सेबी ने जांच के दौरान कंपनी की 4,843 करोड़ रुपये की अवैध कमाई जब्त करने का आदेश जारी किया है। यदि जांच में आरोप सिद्ध होते हैं, तो कंपनी पर स्थायी प्रतिबंध लगाया जा सकता है। आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि जेन स्ट्रीट ने इतना बड़ा घोटाला कैसे किया।
जेन स्ट्रीट क्या है?
जेन स्ट्रीट एक अमेरिकी हाई-फ्रिक्वेंसी ट्रेडिंग (HFT) कंपनी है, जो सेकंड के अंश में शेयरों की खरीद-फरोख्त करती है। यह कंपनी अपनी अत्याधुनिक तकनीक और एल्गोरिदम का उपयोग करके वैश्विक बाजारों में ट्रेडिंग करती है। भारत में इसने फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) ट्रेडिंग के जरिए निवेशकों को भारी नुकसान पहुंचाया और बाजार में हेराफेरी की।
घोटाले का तरीका
जेन स्ट्रीट ने दो प्रमुख रणनीतियों का इस्तेमाल करके इस घोटाले को अंजाम दिया:
फ्यूचर्स और ऑप्शंस ट्रेडिंग में तालमेल
कंपनी ने कैश मार्केट और F&O सेगमेंट में तालमेल बिठाकर बाजार को प्रभावित किया। उदाहरण के तौर पर, मान लीजिए एक शेयर 1,200 रुपये में ट्रेड कर रहा है। जेन स्ट्रीट ने निम्नलिखित तरीके से हेराफेरी की:कंपनी ने 1,202 रुपये के भाव पर 10,000 लॉट फ्यूचर्स खरीदे।
साथ ही, 3 रुपये के भाव पर 10,000 लॉट का 1,220 रुपये वाला कॉल ऑप्शन खरीदा।
इसके बाद, कैश मार्केट में 50 करोड़ रुपये का निवेश करके उसी शेयर का दाम बढ़ाया।
जब शेयर का भाव 1,320 रुपये तक पहुंचा, तो फ्यूचर्स से 73.75 करोड़ रुपये और ऑप्शंस से 60.62 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ।
इस तरह, 50 करोड़ रुपये के निवेश पर कंपनी ने 134 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की।
एक्सपायरी डे मैनिपुलेशन
जेन स्ट्रीट ने जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच एक खास पैटर्न अपनाया, खासकर निफ्टी और बैंक निफ्टी की एक्सपायरी तारीखों पर। इसकी रणनीति इस प्रकार थी:सुबह के समय कंपनी ने भारी मात्रा में स्टॉक्स और फ्यूचर्स खरीदे।
इसके बाद, ऑप्शंस में शॉर्ट पोजिशन बनाकर दोपहर में स्टॉक्स बेच दिए, जिससे इंडेक्स नीचे गया और ऑप्शंस ट्रेडिंग से मोटा मुनाफा हुआ।
कई बार, कंपनी ने आखिरी दो घंटों में निफ्टी से जुड़े स्टॉक्स खरीदे और ऑप्शंस में लॉन्ग पोजिशन बनाई। इससे इंडेक्स ऊपर चढ़ा और ऑप्शंस मुनाफे में बिके।
सेबी की कार्रवाई
सेबी ने जेन स्ट्रीट की इन गतिविधियों को बाजार हेराफेरी का हिस्सा माना और कंपनी पर निम्नलिखित कार्रवाई की:
अंतरिम बैन: कंपनी की ट्रेडिंग गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाई गई।
जब्ती आदेश: सेबी ने 4,843 करोड़ रुपये की अवैध कमाई जब्त करने का आदेश दिया।
जांच का आदेश: सेबी ने मामले की गहन जांच शुरू की है, जिसके बाद कंपनी पर स्थायी प्रतिबंध लग सकता है।