Ahmedabad Plane Crash / ATC रिकॉर्डिंग्स से चला पता, उन 26 मिनटों में क्या-क्या हुआ था

गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को एअर इंडिया की फ्लाइट AI171 का भीषण हादसा हुआ। टेक-ऑफ के तुरंत बाद बोइंग 787-8 विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिर गया। AAIB की शुरुआती जांच रिपोर्ट में बताया गया कि ‘मेडे’ कॉल हादसे से कुछ सेकंड पहले भेजा गया था। 260 लोगों की जान गई।

Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून 2025 को हुए एक भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान (VT-ANB), जो करीब 12 साल पुराना था, अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। यह विमान उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर क्रैश हो गया। इस दुर्घटना में 242 यात्रियों और क्रू मेंबर्स में से केवल एक यात्री ही जीवित बच पाया, जबकि जमीन पर मौजूद कई लोगों सहित कुल 260 लोगों की जान चली गई। विमानन दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने इस हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी की है, जो हादसे के कारणों और घटनाक्रम को समझने में मदद करती है।

हादसे की टाइमलाइन

एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) की रिकॉर्डिंग्स के आधार पर AAIB ने हादसे से जुड़ी घटनाओं की एक विस्तृत टाइमलाइन तैयार की है। यह टाइमलाइन (समय IST में) इस प्रकार है:

  • 01:13:00 PM: विमान ने पुशबैक (पीछे धकेलने) और स्टार्टअप की अनुमति मांगी।

  • 01:13:13 PM: ATC ने पुशबैक की मंजूरी दी।

  • 01:16:59 PM: ATC ने विमान को स्टार्टअप की अनुमति दी।

  • 01:19:12 PM: ATC ने पूछा कि क्या विमान को रनवे 23 की पूरी लंबाई चाहिए। विमान ने पुष्टि की कि उसे रनवे की पूरी लंबाई की आवश्यकता है।

  • 01:25:15 PM: विमान ने टैक्सी (रनवे तक जाने) की अनुमति मांगी, जिसे ATC ने दे दी।

  • 01:32:03 PM: विमान को ग्राउंड कंट्रोल से टावर कंट्रोल को सौंपा गया।

  • 01:33:45 PM: टावर ने विमान को रनवे 23 पर लाइन अप करने का निर्देश दिया।

  • 01:37:33 PM: विमान को रनवे 23 से टेक-ऑफ की मंजूरी मिली। उस समय हवा की दिशा 240 डिग्री और गति 6 नॉट्स थी।

  • 01:39:05 PM: विमान (AI171) ने मेडे कॉल (आपातकालीन संदेश) भेजा, जो हादसे का संकेत था।

टाइमलाइन का विश्लेषण

यह टाइमलाइन दर्शाती है कि विमान ने अपनी उड़ान की प्रक्रिया सुबह 01:13 बजे से शुरू की थी। पुशबैक, स्टार्टअप, टैक्सी और टेक-ऑफ की मंजूरी तक सभी प्रक्रियाएं सामान्य रूप से चल रही थीं। टेक-ऑफ के करीब डेढ़ मिनट बाद, विमान ने मेडे कॉल किया, जो इस बात का संकेत है कि उड़ान भरने के तुरंत बाद कोई गंभीर तकनीकी या परिचालन समस्या उत्पन्न हुई। यह कॉल हादसे से ठीक पहले की स्थिति को दर्शाता है, जिसके बाद विमान नियंत्रण खो बैठा और क्रैश हो गया।

प्रारंभिक निष्कर्ष

AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में अभी तक हादसे के सटीक कारणों का खुलासा नहीं किया गया है। हालांकि, टाइमलाइन से यह स्पष्ट है कि टेक-ऑफ के बाद की कुछ सेकंड्स में ही कोई गंभीर समस्या उत्पन्न हुई। जांचकर्ता अब विमान के ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) का विश्लेषण कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या यह हादसा तकनीकी खराबी, मानवीय त्रुटि, या किसी बाहरी कारक के कारण हुआ। इसके अलावा, मौसम की स्थिति (हवा की गति 6 नॉट्स और दिशा 240 डिग्री) सामान्य थी, जिससे मौसम को हादसे का कारण मानने की संभावना कम हो जाती है।

हादसे का प्रभाव

इस हादसे ने न केवल यात्रियों और क्रू मेंबर्स के परिवारों को, बल्कि अहमदाबाद के स्थानीय समुदाय को भी गहरा आघात पहुंचाया। बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर विमान के गिरने से जमीन पर मौजूद कई लोगों की भी जान गई। इस हादसे ने विमानन सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन प्रणालियों पर सवाल उठाए हैं।

आगे की जांच

AAIB ने कहा है कि यह केवल प्रारंभिक रिपोर्ट है और विस्तृत जांच अभी जारी है। ब्लैक बॉक्स के डेटा, विमान के रखरखाव रिकॉर्ड, क्रू के प्रशिक्षण और हादसे के समय की परिस्थितियों का गहन विश्लेषण किया जाएगा। इसके अलावा, ATC रिकॉर्डिंग्स और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों को भी जांच में शामिल किया जाएगा।