- भारत,
- 25-Aug-2025 01:22 PM IST
Team India Sponsors: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), जो दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है, ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है। बीसीसीआई ने अपनी प्रमुख फैंटेसी स्पोर्ट्स पार्टनर ड्रीम 11 के साथ अपना करार खत्म कर दिया है। यह निर्णय हाल ही में पास हुए प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल के बाद लिया गया है। इस बिल के तहत ऑनलाइन गेमिंग और फैंटेसी स्पोर्ट्स से जुड़े नियमों को और सख्त किया गया है, जिसके चलते बीसीसीआई ने ड्रीम 11 के साथ अपने रिश्ते को समाप्त करने का फैसला किया।
बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया ने इस फैसले पर स्पष्ट रुख अपनाते हुए कहा, "हम भविष्य में ऐसी कंपनियों के साथ काम नहीं करेंगे।" यह बयान दर्शाता है कि बीसीसीआई अब फैंटेसी गेमिंग और ऑनलाइन बेटिंग से जुड़ी कंपनियों से दूरी बनाए रखने की योजना बना रहा है।
ड्रीम 11 और बीसीसीआई का टूटा कॉन्ट्रैक्ट
ड्रीम 11 और बीसीसीआई का रिश्ता साल 2023 में शुरू हुआ था। दोनों के बीच 2026 तक का एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट था, जिसके तहत ड्रीम 11 को बीसीसीआई को 358 करोड़ रुपये देने थे। हालांकि, नए नियमों के लागू होने के बाद यह करार समय से पहले ही खत्म हो गया। इस फैसले से बीसीसीआई को आर्थिक नुकसान हुआ है, लेकिन बोर्ड ने इसे अपनी नीतियों और मूल्यों के अनुरूप बताया है।
इस बीच, बीसीसीआई का एक अन्य फैंटेसी पार्टनर My11Circle अभी भी बोर्ड के साथ जुड़ा हुआ है। यह कंपनी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की आधिकारिक फैंटेसी पार्टनर है और बीसीसीआई को हर साल 125 करोड़ रुपये का भुगतान करती है। अब सवाल यह है कि ड्रीम 11 के जाने के बाद बीसीसीआई का अगला बड़ा पार्टनर कौन होगा, खासकर आगामी एशिया कप के लिए।
कौन थामेगा बीसीसीआई का हाथ?
टीम इंडिया की जर्सी पर अब किस कंपनी का नाम नजर आएगा, यह जल्द ही स्पष्ट हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई बड़ी कंपनियां बीसीसीआई के साथ करार करने के लिए तैयार हैं। इनमें टाटा, रिलायंस, और अडानी जैसे बड़े नाम शामिल हैं। टाटा पहले से ही आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर है, जबकि रिलायंस जियो ब्रॉडकास्टिंग के क्षेत्र में अपनी मजबूत मौजूदगी रखता है। इसके अलावा, ग्रो और जेरोधा जैसी फिनटेक कंपनियां भी इस रेस में हैं।
ऑटोमोबाइल सेक्टर की दिग्गज कंपनियां जैसे महिंद्रा और टोयोटा भी बीसीसीआई के साथ साझेदारी के लिए उत्सुक हैं। साथ ही, पेप्सी जैसी वैश्विक ब्रांड्स भी इस दौड़ में शामिल बताई जा रही हैं। इन कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि बीसीसीआई का अगला पार्टनर चुनना एक दिलचस्प प्रक्रिया होगी।
बीसीसीआई का भविष्य और नई दिशा
बीसीसीआई का यह फैसला न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्रिकेट प्रशासन में नैतिकता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। ड्रीम 11 जैसे प्लेटफॉर्म्स के साथ संबंध तोड़कर बीसीसीआई ने यह संदेश दिया है कि वह भविष्य में ऐसी कंपनियों से दूरी बनाए रखेगा, जो ऑनलाइन गेमिंग या बेटिंग से जुड़ी हों।
