BCCI Test Coach / टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन के बाद BCCI ने नए कोच की तलाश शुरू की, लक्ष्मण ने नहीं दिखाई रुचि

भारतीय टीम के टेस्ट क्रिकेट में लगातार खराब प्रदर्शन के बाद BCCI ने नए कोच की तलाश शुरू कर दी है। वीवीएस लक्ष्मण से अनौपचारिक तौर पर संपर्क किया गया था, लेकिन उन्होंने इस पद में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। वर्तमान कोच का अनुबंध 2027 तक है, लेकिन टेस्ट में खराब नतीजों के कारण इस पर पुनर्विचार हो सकता है।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के लगातार निराशाजनक प्रदर्शन के बाद एक नए टेस्ट कोच की तलाश शुरू कर दी है। टीम इंडिया को हाल के दिनों में कई महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है, जिसने बोर्ड को इस महत्वपूर्ण पद पर बदलाव के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है। यह कदम ऐसे समय में आया है जब टीम के प्रदर्शन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, खासकर घर और बाहर दोनों जगह।

टेस्ट क्रिकेट में भारत का निराशाजनक प्रदर्शन

भारतीय टीम ने पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में बहुत ही खराब प्रदर्शन किया है। टीम को अपने घर पर साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज 0-2 से गंवानी पड़ी थी, जो कि घरेलू परिस्थितियों में एक बड़ा झटका था। इस सीरीज में भारतीय स्पिनर्स अपने चिर-परिचित अंदाज में कमाल नहीं कर पाए और साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने उनके सामने डटकर बल्लेबाजी की, जिससे भारत को हार का मुंह देखना पड़ा। इसके अलावा, न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भी भारतीय टीम का क्लीन स्वीप हुआ था, जिसने टीम की टेस्ट क्रिकेट में कमजोरियों को उजागर कर दिया। इन लगातार विफलताओं ने BCCI को गंभीर आत्मनिरीक्षण करने और भविष्य। के लिए एक नई रणनीति बनाने के लिए प्रेरित किया है।

लक्ष्मण ने नहीं दिखाई रुचि

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ट सीरीज में लगातार मिल रही विफलता के बाद क्रिकेट बोर्ड के किसी टॉप अधिकारी ने अनौपचारिक तौर पर पूर्व दिग्गज क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण से पूछा था कि क्या वह टेस्ट टीम के कोच बनने के इच्छुक हैं और लक्ष्मण, जो भारतीय क्रिकेट के एक सम्मानित व्यक्ति हैं और कोचिंग का अनुभव भी रखते हैं, को इस भूमिका के लिए एक संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा गया था। BCCI का यह कदम दर्शाता है कि वे टेस्ट फॉर्मेट को गंभीरता से ले रहे हैं और टीम के प्रदर्शन में सुधार के लिए हर संभव प्रयास करने को तैयार हैं। हालांकि, वीवीएस लक्ष्मण ने अभी तक टेस्ट कोच बनने के लिए दिलचस्पी नहीं दिखाई है और वह इस समय बेंगलुरु में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (NCA) में क्रिकेट प्रमुख बने रहने से खुश हैं। NCA में उनकी भूमिका युवा प्रतिभाओं को निखारने और भारतीय क्रिकेट के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण है और लक्ष्मण संभवतः अपनी वर्तमान भूमिका में अधिक संतुष्ट महसूस करते हैं और टेस्ट टीम के साथ पूर्णकालिक यात्रा और जिम्मेदारियों को लेने के इच्छुक नहीं हैं। उनका यह निर्णय BCCI के लिए एक चुनौती पेश करता। है, क्योंकि उन्हें अब अन्य विकल्पों पर विचार करना होगा।

वर्तमान कोच के अनुबंध पर पुनर्विचार की संभावना

भारतीय टीम के साथ अभी जो कोच हैं, उनका करार वनडे वर्ल्ड कप 2027 तक है। लेकिन टेस्ट में भारत के खराब प्रदर्शन के बाद इस पर पुनर्विचार किया जा सकता है और bCCI टेस्ट फॉर्मेट में टीम के प्रदर्शन को लेकर चिंतित है और अगर यह गिरावट जारी रहती है, तो कोचिंग स्टाफ में बदलाव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। यह दर्शाता है कि बोर्ड सभी फॉर्मेट में उच्च प्रदर्शन मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी फॉर्मेट में लगातार विफलता को बर्दाश्त नहीं करेगा।

टी20 वर्ल्ड कप 2026 के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा भविष्य

पीटीआई की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अब सब कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप 2026 में कैसा प्रदर्शन करती है। भारतीय टीम अगर टी20 विश्व कप बरकरार रखती है या फाइनल में भी पहुंचती है, तो BCCI अपना मन बदल सकता है और वर्तमान कोचिंग सेटअप को जारी रखने का फैसला कर सकता है। यह दर्शाता है कि बोर्ड विभिन्न फॉर्मेट में प्रदर्शन को अलग-अलग तरीके से देख रहा है और एक फॉर्मेट में सफलता दूसरे फॉर्मेट में संभावित बदलावों को प्रभावित कर सकती है।

खिलाड़ियों में असुरक्षा और शुभमन गिल का मामला

ऐसा माना जा रहा है कि अभी के जो कोच हैं, उनके दौर में कई प्लेयर सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं और यह राहुल द्रविड़ के कार्यकाल के विपरीत है, जब सभी की भूमिकाएं तय थीं और खिलाड़ियों को अपनी उपयोगिता साबित करने के लिए भी लंबा समय मिला था। वर्तमान कोचिंग स्टाफ के तहत, कुछ खिलाड़ियों को अपनी जगह को लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है। उदाहरण के तौर पर, शुभमन गिल को कुछ समय पहले उपकप्तान बनाकर टी20 टीम में वापसी करवाई गई थी। इसके बाद वह बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए और अच्छा नहीं कर पाए। इसी वजह से उन्हें टी20 वर्ल्ड कप 2026 की स्क्वाड से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। ऐसे में उनकी एकदम वापसी और फिर से टीम से बाहर का रास्ता दिखाना, दूसरे प्लेयर्स के मन में संशय पैदा कर रहा है और उनकी मानसिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है।

भविष्य की योजनाएं और आगामी टूर्नामेंट

भारतीय टीम को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अभी श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेलने हैं। इसके बाद उसे अक्टूबर में न्यूजीलैंड का दौरा करना है और फिर ऑस्ट्रेलियाई टीम जनवरी-फरवरी 2027 में पांच टेस्ट की सीरीज खेलने भारत आएगी। इन महत्वपूर्ण सीरीज के बाद आईपीएल होगा और इसके बाद बीसीसीआई के पास अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग कोच या तीनों फॉर्मेट के लिए एक ही कोच पर विचार करने के लिए काफी समय होगा और हालांकि, वीवीएस लक्ष्मण से बात करने का मतलब है कि बीसीसीआई ने नए टेस्ट कोच के लिए खोज तो अभी से शुरू कर दी है, जो टेस्ट क्रिकेट में टीम के प्रदर्शन को बेहतर बनाने की उनकी गंभीरता को दर्शाता है।