Donald Trump / बाइडेन के 24 घंटे में रद्द होंगे स्टुपिड ऑर्डर... शपथ लेने से पहले ट्रंप का बड़ा ऐलान

डोनाल्ड ट्रंप आज अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। भारतीय समयानुसार यह समारोह सुबह 10:30 बजे होगा। ट्रंप ने 24 घंटे में जो बाइडेन के ऑर्डर रद्द करने और 100 अहम फाइलों पर साइन करने की घोषणा की। समारोह में कई प्रमुख नेता, उद्योगपति, और पूर्व राष्ट्रपति शामिल होंगे।

Vikrant Shekhawat : Jan 20, 2025, 07:51 PM
Donald Trump: आज भारतीय समय अनुसार साढ़े 10 बजे डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। यह उनकी राष्ट्रपति के रूप में दूसरी पारी की शुरुआत होगी। ट्रंप ने शपथ लेने से पहले ही अपनी कड़ी और विवादास्पद शैली का संकेत दे दिया है। उन्होंने ऐलान किया है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में पारित कई आदेशों को 24 घंटे के भीतर रद्द कर दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने 100 महत्वपूर्ण फाइलों पर साइन करने का इरादा जताया है।

ट्रंप के शुरुआती कदम

ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद उनकी प्राथमिकताओं की तस्वीर धीरे-धीरे साफ हो रही है। उनकी योजना रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता की शुरुआत करने की है। इसके लिए उनकी टीम ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पोप फ्रांसिस ने ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले प्रार्थना करते हुए आशा व्यक्त की कि अमेरिका ऐसा समाज बनाएगा जिसमें नफरत, भेदभाव और बहिष्कार के लिए कोई जगह न हो।

शपथ ग्रहण समारोह में प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति

ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़ी हस्तियां और नेता शामिल होंगे। इसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश, बिल क्लिंटन, हिलेरी क्लिंटन और बराक ओबामा के शामिल होने की संभावना है। हालांकि, मिशेल ओबामा समारोह में भाग नहीं लेंगी।

टिकटॉक के सीईओ, एलन मस्क, जेफ बेजोस और मार्क जुकरबर्ग जैसी बड़ी कंपनियों के शीर्ष अधिकारी भी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे। हालांकि, डेमोक्रेटिक नेता नैन्सी पेलोसी समारोह से अनुपस्थित रहेंगी।

वैश्विक व्यापार और ट्रंप का प्रभाव

आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने ट्रंप की वापसी को विश्व व्यापार के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि ट्रंप में मौजूदा वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को बदलने की ताकत है।

भारत-अमेरिका संबंधों की नई दिशा

भारतवंशी और अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारी रिचर्ड वर्मा ने कहा कि अमेरिका-भारत संबंधों को लेकर उन्हें भरोसा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह रिश्ता लेन-देन से परे है और दोनों देशों में सहयोग की असीम संभावनाएं हैं।

डोनाल्ड ट्रंप का यह कार्यकाल अमेरिका और विश्व राजनीति के लिए कैसा रहेगा, यह देखने वाली बात होगी। लेकिन उनके तीखे तेवर और स्पष्ट एजेंडा पहले ही चर्चाओं में है।