बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने आगामी विधानसभा चुनावों। के लिए अपने सीट-बंटवारे के फार्मूले की घोषणा कर दी है। लंबे समय से चल रही खींचतान और अटकलों के बाद, केंद्रीय मंत्री और भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली में हुई बैठक के बाद इस समझौते का खुलासा किया। यह घोषणा एनडीए के घटक दलों के बीच एक सौहार्दपूर्ण समाधान का प्रतीक है।
किस पार्टी को कितनी सीटें
नए समझौते के तहत, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) दोनों 101-101 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगी और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें आवंटित की गई हैं, हालांकि उन्होंने पहले 35 सीटों की मांग की थी। उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को 6-6 सीटें मिली हैं। जीतन राम मांझी ने कथित तौर पर 15 सीटों की मांग की थी।
लंबी चली बातचीत
सीट बंटवारे को लेकर पिछले कई दिनों से एनडीए के भीतर गहन विचार-विमर्श चल रहा था। 11 अक्टूबर को दिल्ली में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में इस फार्मूले को अंतिम रूप दिया गया, जिसके बाद 12 अक्टूबर को औपचारिक घोषणा की गई। इस घोषणा के साथ, एनडीए अब पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है।
नेताओं की प्रतिक्रिया
घोषणा के बाद, चिराग पासवान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर संतोष। व्यक्त किया और कहा कि एनडीए परिवार ने सौहार्दपूर्ण माहौल में सीटों का बंटवारा पूरा किया है। धर्मेंद्र प्रधान ने भी एक्स पर पोस्ट कर विवरण साझा किया और कहा, "बिहार है तैयार, फिर से एनडीए सरकार। " यह समझौता बिहार में एनडीए कार्यकर्ताओं और नेताओं के उत्साह को बढ़ाने वाला माना जा रहा है।