Raj Thackeray / BJP नेताओं को कनपटी पर बंदूक लगाकर शामिल करती है, राज का बड़ा हमला

Zoom News : Aug 16, 2023, 07:05 PM
Raj Thackeray: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे के सुर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को लेकर बदल गए हैं. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो पहले दूसरी पार्टी के नेताओं पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाती है और फिर उसे अपने साथ लेती है. बीजेपी के साथ आने वाले गाड़ी में छुपकर जाते हैं. राज ठाकरे ने ये बयान नवी मुंबई के पनवेल में कार्यकर्ताओं और पार्टी के पदाधिकारियों के संबोधन के दौरान दिया.

राज ठाकरे ने क्या-क्या कहा?

हाल ही में बीजेपी के साथ आने वाले शरद पवार के भतीजे अजित पवार भी राज ठाकरे के निशाने पर रहे. उन्होंने कहा, छगन भुजबल ने अजित पवार को बताया होगा कि जेल कैसा होता है, इसलिए अजित दादा बीजेपी के साथ आ गए. बता दें कि छगन भुजबल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 2018 में जेल गए थे.

राज ठाकरे ने कहा, ‘बीजेपी को अन्य पार्टियों को तोड़ने की बजाए खुद को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए. वह कनपटी पर बंदूक लगाकर लोगों को अपने पास बुलाती है. बीजेपी के साथ आने वाले, गाड़ी में छुपकर जाते हैं. पहले 70 हजार करोड़ के करप्शन का आरोप लगाओ और फिर साथ ले लो.’

राज ठाकरे ने इस दौरान एक बार फिर मराठी मानुस का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, राज्य की जमीन कौन ले रहा है, पता नहीं चल रहा. बड़े पैमाने पर बाहर के लोग राज्य में जमीन खरीद रहे हैं. उन्होंने कहा कि असम, मिजोरम, मणिपुर, सिक्किम में बाहर के लोग जमीन नहीं खरीद सकते, वो भी इसी देश का हिस्सा हैं. तो अलग-अलग राज्य में अलग-अलग कानून क्यों है. महाराष्ट्र में बाहर के लोग जमीन खरीद सकते हैं, इसका खामियाजा यहां के स्थानिक लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

बता दें कि राज ठाकरे ने सोमवार को दावा किया था कि उन्हें बीजेपी से जुड़ने का ऑफर मिला था. उन्होंने कहा कि हालांकि मैंने फैसला नहीं लिया है. राज ठाकरे को ये ऑफर किसने दिया, ये उन्होंने नहीं बताया. हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई निर्णय नहीं लिया, क्योंकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का शिवसेना गुट और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) समूह महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा हैं.

राज ठाकरे ने कहा कि चूंकि शिंदे और अजीत पवार सरकार के साथ हैं और बीजेपी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि अजीत पवार के साथ क्या किया जाएगा, इसलिए मैं इस पर कोई निर्णय नहीं ले सका.

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