- भारत,
- 20-Jul-2025 03:20 PM IST
Bihar Elections 2025: लोकसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। सत्र से पहले सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है ताकि संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चल सके। हालांकि, विपक्ष के तीखे तेवर इस बार सत्र को रोमांचक बनाने के संकेत दे रहे हैं। विपक्षी दलों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे सड़क से लेकर सदन तक जिन मुद्दों को उठाते रहे हैं, उन्हें संसद में भी जोर-शोर से उठाएंगे और सत्तापक्ष को घेरने की कोशिश करेंगे।
संजय सिंह के प्रमुख मुद्दे
आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सत्र से पहले कई अहम मुद्दों को उठाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा इस समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत का कथित अपमान है। सिंह ने कहा, "ट्रंप हर दिन भारत का अपमान कर रहे हैं। 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत सीजफायर की बात करते हैं और दावा करते हैं कि उन्होंने ट्रेड डील के नाम पर यह कराया। अब वे कह रहे हैं कि पांच जेट गिराए गए। भारत सरकार को इस पर सदन में स्पष्टीकरण देना चाहिए।"
इसके अलावा, संजय सिंह ने निम्नलिखित मुद्दों को सदन में उठाने की बात कही:
बुलडोजर कार्रवाई: दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में बुलडोजर चलाकर लोगों के रोजगार और मकानों को नष्ट किया जा रहा है। यह विशेष रूप से पूर्वांचल के लोगों के लिए एक बड़ा मुद्दा है।
स्कूलों का बंद होना: उत्तर प्रदेश में 5,000 स्कूलों को बंद करने का आदेश हो चुका है और 27,000 स्कूल बंद होने की कगार पर हैं। यह शिक्षा के क्षेत्र में एक गंभीर मुद्दा है।
गुजरात प्लेन क्रैश: इस घटना को भी आप सांसद सदन में उठाएंगे।
SIR (विशेष निवेश क्षेत्र): संजय सिंह ने कहा कि SIR पर रोक नहीं लगने से बिहार चुनाव का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। उन्होंने दावा किया कि अगर SIR पर रोक नहीं लगी तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बिहार चुनाव से पहले ही जीत हासिल कर लेगी।
चुनाव आयोग और SIR पर सवाल
चुनाव आयोग ने SIR (विशेष निवेश क्षेत्र) के मुद्दे पर बार-बार सफाई दी है और कहा है कि विपक्ष इस मुद्दे पर भ्रम फैला रहा है। इस पर संजय सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग अपने गुनाहों को छिपाने के लिए क्या करेगा? मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता के जन्म प्रमाण पत्र मांगे जा रहे हैं। गरीब आदमी इतने प्रमाण पत्र कहां से लाएगा? यह प्रक्रिया ठीक नहीं है।"
आप का 'एकला चलो' रुख?
शनिवार को हुई विपक्षी दलों की बैठक में आम आदमी पार्टी की अनुपस्थिति ने सवाल खड़े किए हैं। क्या आप अब 'एकला चलो' की राह पर है? इस पर संजय सिंह ने कहा, "लोकसभा चुनाव में हम इंडिया गठबंधन का हिस्सा थे, लेकिन विधानसभा चुनाव में हम अलग हो गए। हमारा इतिहास देखें तो हमने हमेशा सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाई है। सड़क हो या सदन, हम बेबाकी से अपनी बात रखते हैं। हरियाणा, दिल्ली, बिहार, गुजरात या प punjab के उपचुनाव में हमने अकेले ही चुनाव लड़ा है।"
विपक्ष के साथ तालमेल?
जब संजय सिंह से पूछा गया कि क्या वे सदन में विपक्षी दलों के साथ मिलकर मुद्दे उठाएंगे या अलग से अपनी आवाज बुलंद करेंगे, तो उन्होंने कहा, "सदन में जो मुझे बोलना है, मैं बोलूंगा। अगर कोई दूसरा वही मुद्दा उठा रहा है और मुझे लगता है कि वह सही है, तो मैं उसे रोकने वाला नहीं हूं।"
तेजस्वी यादव की चिट्ठी और SIR
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने SIR के मुद्दे पर विपक्षी दलों को चिट्ठी लिखी है। इस पर संजय सिंह ने कहा, "SIR के मुद्दे पर जो भी राजनीतिक दल, भाजपा को छोड़कर, लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को बचाना चाहते हैं, उन्हें इस पर बोलना चाहिए।"
