- भारत,
- 04-Jan-2020 03:07 PM IST
- (, अपडेटेड 04-Jan-2020 03:10 PM IST)
विशेष | एक 28 साल की महिला ने खुलासा किया है कि डॉक्टरों ने उनसे कैंसर के बारे में झूठ बोला और सर्जरी करके दोनों ब्रेस्ट निकाल दिए। 2 बच्चों की मां को डॉक्टरों ने कैंसर का डर दिखाया और कीमोथेरेपी के इंजेक्शन भी देते रहे। इंग्लैंड के स्टाफ्स नाम की जगह पर रहने वाली महिला सारा बोयले ने कहा है कि उन्हें कुछ साल पहले डॉक्टरों ने ट्रिपल निगेटव c होने की बात कही थी। तब 25 साल की रही महिला को डॉक्टरों ने कई राउंड कीमोथेरेपी की। सारा ने कहा कि घटना के काफी वक्त बीतने के बाद भी उन्हें इसके बारे में बात करने में तकलीफ हो रही है।
कीमोथेरेपी के बाद डॉक्टरों ने कहा कि बीमारी फैले नहीं इसलिए उनके दोनों ब्रेस्ट निकालने होंगे। लेकिन बाद में रॉयल स्ट्रोक यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि उनके टेस्ट को गलत समझा गया और गलत इलाज किया गया।
लेकिन सारा के लिए और तकलीफदेह बात ये थी कि उन्हें बताया गया कि अगर वह दोबारा अपने ब्रेस्ट पाने के लिए रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी कराती हैं तो इससे उन्हें कैंसर होने का खतरा पैदा हो सकता है।
सारा ने बताया कि शुरुआत में उन्हें ये भी कहा गया कि कैंसर ट्रीटमेंट की वजह से उनकी फर्टिलिटी प्रभावित हो सकती है, लेकिन उन्होंने दूसरे बच्चे को जन्म दिया। अब सारा हॉस्पिटल में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के इस्तेमाल की वकालत कर रही हैं ताकि अन्य महिलाओं को इस तरह की तकलीफों से न गुजरना पड़े।
कीमोथेरेपी के बाद डॉक्टरों ने कहा कि बीमारी फैले नहीं इसलिए उनके दोनों ब्रेस्ट निकालने होंगे। लेकिन बाद में रॉयल स्ट्रोक यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि उनके टेस्ट को गलत समझा गया और गलत इलाज किया गया।
लेकिन सारा के लिए और तकलीफदेह बात ये थी कि उन्हें बताया गया कि अगर वह दोबारा अपने ब्रेस्ट पाने के लिए रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी कराती हैं तो इससे उन्हें कैंसर होने का खतरा पैदा हो सकता है।
सारा ने बताया कि शुरुआत में उन्हें ये भी कहा गया कि कैंसर ट्रीटमेंट की वजह से उनकी फर्टिलिटी प्रभावित हो सकती है, लेकिन उन्होंने दूसरे बच्चे को जन्म दिया। अब सारा हॉस्पिटल में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के इस्तेमाल की वकालत कर रही हैं ताकि अन्य महिलाओं को इस तरह की तकलीफों से न गुजरना पड़े।
