Special / किसी अपने की मौत के बाद महिलाएं काट लेती हैं उंगलियां, यहां की परंपरा है अजीबो-गरीब

Zoom News : Feb 08, 2022, 07:27 PM
Special | दुनिया के सदियों से हम ऐसी बहुत सी मान्यताओं और रीति-रिवाज चले आ रहे हैं, जो आज के समय में थोड़े अटपटे लगते हैं. ये मान्यताएं इन देशों की खास जनजाति से जुड़े लोग मानते हैं. शहरी लोगों के लिए भले ये मान्यताएं, रीति-रिवाज विचित्र लगें मगर इन आदिवासियों (Tribal traditions) के लिए ये मान्यताएं बेहद खास हैं. 

इंडोनेशिया में अजीबो-गरीब परंपरा

ऐसी ही एक मान्यता इंडोनेशिया की एक जनजाति के बीच प्रचलित है जिसे जानकर शायद आपके थोड़ा अटपटा लगे. इंडोनेशिया में एक जनजाति की महिलाएं अपने प्रियजनों की मौत के बाद अपनी उंगलियां (Indonesian tribal women amputate fingers) काट लेती हैं.

महिलाएं करती हैं त्याग 

हालांकि दुनियाभर में ऐसी कई परंपराएं हैं जो महिलाओं को कई अजीबो-गरीब काम करने पर मजबूर कर देती हैं और ऐसा सिर्फ महिलाओं के मामले में ही नहीं बल्कि पुरुष भी ऐसी कई समस्याओं का सामना करते हैं. इंडोनेशिया की डानी जनजाति (Dani Tribe women cut off fingers after death of loved ones) में अपने किसी चाहने वाले की मौत के बाद महिलाओं की उंगलियां काटने का प्रचलन है. इस मान्यता को इकिपालिन (Ikipalin) कहते हैं.

सरकार ने सालों पहले लगाई थी रोक

द मिरर की एक रिपोर्ट के अनुसार इंडोनेशिया के जयाविजया प्रांत (Jayawijaya) के वामिन शहर में डानी जनजाति के लोग काफी ज्यादा रहते हैं. गौरतलब है कि इस आदिवासी जनजाति में इकिपालिन की प्रथा को इंडोनेशिया की सरकार ने काफी सालों पहले बैन कर दिया था. लेकिन बुजुर्ग महिलाओं की उंगलियों को देखकर बताया जा सकता है कि वो इसका पालन करती हैं और आज भी माना जाता है कि इलाके में ये मान्यता जारी है. आपको बता दें कि 2 उंगलियां या तो पत्थर के ब्लेड से, या फिर रस्सी बांधकर काटी जाती है.

ऐसा क्यों करती हैं वहां की महिलाएं?

जनजाति के लोगों का मानना है कि जब कोई मर जाता है तो उसकी आत्मा को शांति देने के लिए परिवार की औरत अपनी उंगलियां काट लेती है. इसके साथ ही उंगली काटना ये भी दर्शाता है कि मरने वाले के जाने का दर्द उंगली के दर्द के आगे कुछ नहीं है और वो जिंदगी भर उनके साथ ही रहेगा. उंगली का उपरी हिस्सा काटने के लिए पत्थर से बने ब्लेड का आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है. कुछ मामलों में तो बिना ब्लेड के ही उंगली काट दी जाती है. लोग उंगली को चबाते हैं और फिर बीच से रस्सी के जरिए जोर से बांध देते हैं जिससे खून का संचार रुक जाता है. रस्सी के बांधने के बाद जब खून और ऑक्सीजन की कमी होती है तो उंगली अपने आप कटकर गिर जाती है. कटी उंगली को या तो गाड़ देते हैं या फिर जला दिया जाता है.

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