पंचांग-पुराण / चाणक्य नीति: अन्न की बर्बादी नहीं करनी चाहिए, जीवन में सुख शांति के लिए पढ़े ये विचार

AMAR UJALA : Dec 14, 2019, 10:01 AM
चाणक्य निति में हर समस्या का समाधान मिलता है। जीवन में हर चुनौती में चाणक्य नीति सर्वश्रेष्ठ साबित होती है। चाणक्य के कुछ अनमोल वचनों के पालन से जीवन में सुख शांति आ सकती है। चन्द्रगुप्त मौर्य कि सफलता का श्रेय चाणक्य को दिया जाता है। चाणक्य का ज्ञान इतना गहरा और अचूक है कि हर किसी को जीवन जीने की सही राह दिखाती है। चाणक्य ने कुछ ऐसी बातें बताई हैं जो कठिन राहों में दीपक का काम करती है । अगली स्लाइड्स में जानते हैं चाणक्य की अनमोल बातें।

अन्न का अपमान न करें 

चाणक्य निति के अनुसार अन्न की बर्बादी नहीं करनी चाहिए। अन्न की बर्बादी करने से घर में सुख समृद्धि का वास नहीं होता है। हमेशा व्यक्ति को भूख के अनुसार ही भोजन थाली में लेना चाहिए।

ज्ञानियों की बातों पर ध्यान दें

चाणक्य निति के अनुसार हमें ज्ञानी व्यक्ति की बात का अनुसरण करना चाहिए और बात माननी चाहिए। ज्ञानी व्यक्ति से हमे बहुत कुछ सिखने को मिलता है।

दांपत्य जीवन में छल- कपट न हो 

पति-पत्नी के मधुर रिश्ते में यदि कपट का स्थान है और वो एक दूसरे से बातें छुपाते है तो वो रिश्ता नही चल पाता है और ऐसे में घर में कभी भी सुख समृद्धि नही आती है। 

धन की बर्बादी 

जिस घर में धन गलत कार्यों में प्रयोग किया जाता है, उस घर में हमेशा कलह की संभावना बनी रहती है। जिस कारण वहां कभी खुशनुमा माहौल नही रहता है और माता लक्ष्मी भी रूष्ठ हो जाती है।

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