Vikrant Shekhawat : Jun 28, 2021, 06:55 AM
Delhi: कोरोना टीकों के संकट के बीच देसी वैक्सीन कंपनी जायडस कैडिला से जुड़ी बड़ी खबर आई है। जानकारी मिली है कि इस वैक्सीन का ट्रायल लगभग पूरा हो गया है और अगले कुछ महीनों में इसे बच्चों को लगाया जाना शुरू भी किया जा सकता है। कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉक्टर एन के अरोड़ा की तरफ से यह बात कही गई है।
एन के अरोड़ा ने बताया कि जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन का ट्रायल लगभग पूरा हो चुका है। अब जुलाई के आखिरी में या फिर अगस्त में हो सकता है कि इसे 12 से 18 साल के बच्चों को लगाया जाना शुरू किया जाए। फिलहाल देश में 18 साल से ऊपर के लोगों को कोरोना टीका लगाया जा रहा है।बता दें कि तीसरी लहर से पहले केंद्र सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना टीका लगाना चाहती है। लेकिन वैक्सीनेशन में तेजी तब ही आ सकती है जब देश के बाद बड़ी संख्या में कोरोना टीके हों। अगर जायडस कैडिला को ट्रायल के नतीजे ठीक रहने पर जल्द मंजूरी मिल जाती है, तो इससे कुछ राहत मिलेगी।
मंजूरी के लिए जल्द आवेदन कर सकती है कंपनीअब 18 जून 2021 को ही खबर आई थी कि जायडस कैडिला अगले 7 से 10 दिनों में कोरोना वैक्सीन ZyCoV-D के इमरजेंसी इस्तेमाल को लेकर मंजूरी के लिए अप्लाई कर सकती है। फिलहाल भारत में तीन कोरोना टीकों को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। इसमें कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक शामिल है। तीसरी लहर में बच्चों पर कोरोना का ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। ऐसे में अगर 12 से 18 साल के बच्चों को जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन लगने लगेगी तो इससे राहत मिलेगी।जायडस कैडिला के टीके में तीन खुराकजायडस कैडिला की यह वैक्सीन दुनियाभर की अन्य वैक्सीन्स से काफी अलग है। दरअसल, ज्यादातर वैक्सीन्स की दो डोज ही लगाई जाती हैं, फिर चाहे कोविशील्ड, स्पुतनिक, कोवैक्सिन आदि क्यों न हों। लेकिन जायडस की इस वैक्सीन की दो नहीं, बल्कि तीन डोजेस लगाई जाएंगी।
'आने वाले दिनों में रोज लगाएंगे 1 करोड़ कोरोना टीके'कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन एन के अरोड़ा ने आगे तीसरी लहर पर भी बात की। उन्होंने कहा, 'ICMR ने एक स्टडी की है, जिसमें दावा किया गया है कि तीसरी लहर थोड़ा लेट आएगी। इस बीच हमारे पास लोगों को टीका लगाने के लिए 6-8 महीनों का वक्त है। आने वाले दिनों में हमारा टारगेट रोजाना एक करोड़ कोरोना टीके लगाने का होगा।'
एन के अरोड़ा ने बताया कि जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन का ट्रायल लगभग पूरा हो चुका है। अब जुलाई के आखिरी में या फिर अगस्त में हो सकता है कि इसे 12 से 18 साल के बच्चों को लगाया जाना शुरू किया जाए। फिलहाल देश में 18 साल से ऊपर के लोगों को कोरोना टीका लगाया जा रहा है।बता दें कि तीसरी लहर से पहले केंद्र सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना टीका लगाना चाहती है। लेकिन वैक्सीनेशन में तेजी तब ही आ सकती है जब देश के बाद बड़ी संख्या में कोरोना टीके हों। अगर जायडस कैडिला को ट्रायल के नतीजे ठीक रहने पर जल्द मंजूरी मिल जाती है, तो इससे कुछ राहत मिलेगी।
मंजूरी के लिए जल्द आवेदन कर सकती है कंपनीअब 18 जून 2021 को ही खबर आई थी कि जायडस कैडिला अगले 7 से 10 दिनों में कोरोना वैक्सीन ZyCoV-D के इमरजेंसी इस्तेमाल को लेकर मंजूरी के लिए अप्लाई कर सकती है। फिलहाल भारत में तीन कोरोना टीकों को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। इसमें कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक शामिल है। तीसरी लहर में बच्चों पर कोरोना का ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। ऐसे में अगर 12 से 18 साल के बच्चों को जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन लगने लगेगी तो इससे राहत मिलेगी।जायडस कैडिला के टीके में तीन खुराकजायडस कैडिला की यह वैक्सीन दुनियाभर की अन्य वैक्सीन्स से काफी अलग है। दरअसल, ज्यादातर वैक्सीन्स की दो डोज ही लगाई जाती हैं, फिर चाहे कोविशील्ड, स्पुतनिक, कोवैक्सिन आदि क्यों न हों। लेकिन जायडस की इस वैक्सीन की दो नहीं, बल्कि तीन डोजेस लगाई जाएंगी।
'आने वाले दिनों में रोज लगाएंगे 1 करोड़ कोरोना टीके'कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन एन के अरोड़ा ने आगे तीसरी लहर पर भी बात की। उन्होंने कहा, 'ICMR ने एक स्टडी की है, जिसमें दावा किया गया है कि तीसरी लहर थोड़ा लेट आएगी। इस बीच हमारे पास लोगों को टीका लगाने के लिए 6-8 महीनों का वक्त है। आने वाले दिनों में हमारा टारगेट रोजाना एक करोड़ कोरोना टीके लगाने का होगा।'