Thailand-Cambodia Conflict / ट्रंप के दावों की फिर उड़ी धज्जियां, थाईलैंड ने कहा- 'कंबोडिया पर हमले जारी रहेंगे'

थाईलैंड ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर के दावे को खारिज कर दिया है। थाईलैंड ने कहा कि कंबोडिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी। सीमा संघर्ष में लाखों लोग बेघर हुए हैं और हालात बिगड़ रहे हैं, जिसमें 20 लोग मारे गए और 200 घायल हुए हैं।

थाईलैंड ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें ट्रंप ने कहा था कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीजफायर पर सहमति हो गई है और थाईलैंड ने स्पष्ट किया है कि कंबोडिया के खिलाफ उसकी सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी। दोनों देशों के बीच सीमा संघर्ष में हमले लगातार जारी हैं, जिसके परिणामस्वरूप। लाखों लोग बेघर हो चुके हैं और क्षेत्र में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं।

थाईलैंड के प्रधानमंत्री का स्पष्टीकरण

थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुतिन चर्नविराकुल ने शनिवार सुबह फेसबुक पर एक पोस्ट के माध्यम से इस स्थिति को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि उनके देश की सेना कंबोडिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई तब तक। जारी रखेगी, जब तक उन्हें अपनी जमीन और लोगों पर कोई खतरा महसूस नहीं होता। अनुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर के दावे को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा कि आज सुबह की उनकी कार्रवाई खुद ही सब कुछ बता रही है। यह बयान थाईलैंड के दृढ़ रुख को दर्शाता है कि वह पीछे हटने को तैयार नहीं है।

कंबोडिया के आरोप और थाई सेना के हमले

कंबोडिया की तरफ से भी आरोप लगाए गए हैं कि। ट्रंप के ऐलान के बावजूद थाई सेना के हमले जारी हैं। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, कंबोडियाई अधिकारियों ने बताया कि सीजफायर के दावे के कुछ घंटों बाद ही थाई फौज ने हवाई और जमीनी हमले किए। कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि 13 दिसंबर 2025 को थाई सेना ने 2 F-16 लड़ाकू विमानों से 7 बम गिराए। उन्होंने यह भी बताया कि थाई सेना ने बमबारी अभी तक नहीं रोकी है और लगातार जारी रखे हुए है और ये हमले स्थानीय समयानुसार सुबह 8 बजे तक गांवों और बस्तियों पर हो रहे थे, जिससे आम नागरिकों के जीवन पर गंभीर खतरा बना हुआ है।

पिछले एक हफ्ते से जारी इस लड़ाई में कई महत्वपूर्ण स्थानों को निशाना बनाया गया है। कंबोडिया के स्थानीय अखबार खमेर टाइम्स ने सूचना मंत्रालय के हवाले से बताया कि थाई सीमा के पास पर्सात प्रांत के थमोर दा इलाके में 2 होटल निशाना बने। अखबार ने हमले वाली जगहों की तस्वीरें भी छापीं, जिनमें होटल और कैसीनो की इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आ रही हैं। एक अलग घटना में, थाई नौसेना ने एक जहाज से तोप के गोले दागे, जो कंबोडिया के कोह कोंग प्रांत में गिरे और अल जजीरा के मुताबिक, इन गोलों ने होटल और समुद्री तट वाले इलाकों को नुकसान पहुंचाया। हालांकि, कंबोडियाई अधिकारियों ने इन ताजा हमलों में किसी की मौत या घायल होने की खबर नहीं दी है, लेकिन संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है।

विवाद का मूल कारण और मानवीय संकट

यह लड़ाई पिछले एक हफ्ते से जारी है और इसने एक बड़ा मानवीय संकट पैदा कर दिया है। अक्टूबर में ट्रंप की मदद से हुआ शांति समझौता इस हफ्ते टूट गया, जिसके बाद से दोनों देशों में कम से कम 20 लोग मारे जा चुके हैं और करीब 200 घायल हुए हैं और अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, थाईलैंड-कंबोडिया की 800 किलोमीटर लंबी सीमा पर करीब 6 लाख लोग बेघर हो चुके हैं। इस विवाद का मुख्य केंद्र सदियों पुराने मंदिर हैं, जिनके मालिकाना हक को लेकर दोनों देश दावा करते हैं और यह ऐतिहासिक विवाद अब एक बड़े सैन्य संघर्ष में बदल गया है, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ गई है।

ट्रंप के सीजफायर दावे का खंडन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करके दावा किया था कि उन्होंने दोनों देशों के बीच सीजफायर करवा दिया है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा था कि उनकी थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुतिन चर्नविराकुल और कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मैनेट से बहुत अच्छी बात हुई है। उन्होंने इसे दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे युद्ध के फिर से भड़कने की दुखद घटना बताया था और दावा किया था कि वे आज शाम। से सभी गोलीबारी रोकने पर सहमत हो गए हैं और उनके द्वारा बनाए गए मूल शांति समझौते पर वापस लौटेंगे, जिसमें मलेशिया के महान प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की मदद थी। ट्रंप ने यह भी कहा था कि थाई सैनिक सड़क किनारे हुए। जिस बम विस्फोट में हताहत हुए थे वह महज एक दुर्घटना थी। हालांकि, अनुतिन ने अपनी एक अलग फेसबुक पोस्ट में इस दावे को साफ-साफ खारिज कर दिया, जिससे ट्रंप के दावों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं।