- भारत,
- 19-Jul-2020 06:08 PM IST
- (, अपडेटेड 19-Jul-2020 09:40 PM IST)
नई दिल्ली | केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के रसायन एवं पेट्रो रसायन विभाग के तहत एक शीर्ष स्तरीय संस्थान केंद्रीय पेट्रो रसायन इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईपीईटी) को पीपीई किट की जांच एवं प्रमाणन के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एवं अंशांकन प्रयोगशाला बोर्ड (एनएबीएल) द्वारा प्रत्यायन मिला है।
पीपीई किट में दस्ताने, कवरआल, फेस शील्ड एवं गौगल्स तथा अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरुप ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क आदि शामिल होते हैं। सीआईपीईटी की कोविड-19 महामारी के खिलाफ तथा ‘आत्म निर्भर भारत‘ की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाने की यह एक और उपलब्धि है।सीआईपीईटी: आईपीईटी सेंटर, भुवनेश्वर ने टेस्टिंग पीपीई किट की सुविधा विकसित करने के बाद प्रत्यायन के लिए एनएबीएल को एक आवेदन प्रस्तुत किया था। इसकी टेस्टिंग सुविधा के एक ऑनलाइन लेखा परीक्षा के बाद एनएबीएल ने सीआईपीईटी -सेंटर भुवनेश्वर को प्रत्यायन की मंजूरी दे दी। सीआईपीईटी के कुछ अन्य केंद्रों ने भी प्रत्यायन के लिए आवेदन किया है जो प्रगति पर है।केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा ने सीआईपीईटी - भुवनेश्वर को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी तथा देश के लोगों की सेवा करने एवं मेक इन इंडिया पर फोकस करने के लिए एमएसएमई की सहायता करने के अग्रणी कार्यों के लिए अपनी गति तीव्र बनाये रखने की अपील की।सीआईपीईटी विश्व स्वास्थ्य संगठन/आईएसओ के दिशानिर्देशों के अनुरूप, स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास की पहल करता रहा है। सीआईपीईटी ने कोविड महामारी के दौरान अनिवार्य सेवाओं की सहायता करने के लिए खाद्यान्न तथा उर्वरक पैकेजिंग की जांच करने के लिए भी अपनी क्षमता का विस्तार किया है।
पीपीई किट में दस्ताने, कवरआल, फेस शील्ड एवं गौगल्स तथा अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरुप ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क आदि शामिल होते हैं। सीआईपीईटी की कोविड-19 महामारी के खिलाफ तथा ‘आत्म निर्भर भारत‘ की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाने की यह एक और उपलब्धि है।सीआईपीईटी: आईपीईटी सेंटर, भुवनेश्वर ने टेस्टिंग पीपीई किट की सुविधा विकसित करने के बाद प्रत्यायन के लिए एनएबीएल को एक आवेदन प्रस्तुत किया था। इसकी टेस्टिंग सुविधा के एक ऑनलाइन लेखा परीक्षा के बाद एनएबीएल ने सीआईपीईटी -सेंटर भुवनेश्वर को प्रत्यायन की मंजूरी दे दी। सीआईपीईटी के कुछ अन्य केंद्रों ने भी प्रत्यायन के लिए आवेदन किया है जो प्रगति पर है।केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा ने सीआईपीईटी - भुवनेश्वर को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी तथा देश के लोगों की सेवा करने एवं मेक इन इंडिया पर फोकस करने के लिए एमएसएमई की सहायता करने के अग्रणी कार्यों के लिए अपनी गति तीव्र बनाये रखने की अपील की।सीआईपीईटी विश्व स्वास्थ्य संगठन/आईएसओ के दिशानिर्देशों के अनुरूप, स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास की पहल करता रहा है। सीआईपीईटी ने कोविड महामारी के दौरान अनिवार्य सेवाओं की सहायता करने के लिए खाद्यान्न तथा उर्वरक पैकेजिंग की जांच करने के लिए भी अपनी क्षमता का विस्तार किया है।
