Cyclone Nisarga / क़यामत खेल रही खेल, तूफान निसर्ग के चलते महाराष्ट्र के रायगढ़ में उखड़े पेड़-खंभे

चक्रवाती तूफान निसर्ग ने गंभीर रूप धारण कर लिया है और ये महाराष्ट्र के तट से टकरा चुका है। तबाही की आशंका के मद्देनजर मुंबई और गुजरात में रेड अलर्ट जारी किया गया है। तूफान के चलते महाराष्ट्र में मुंबई समेत कई हिस्सो में भारी बारिश भी शुरू हो गई है। दो हफ्तों के अंदर भारत आने वाला यह दूसरा तूफान है जबकि देश की आर्थिक राजधानी को 100 सालों बाद कोई तूफान प्रभावित कर रहा है।

ABP News : Jun 03, 2020, 04:58 PM
Cyclone Nisarga | चक्रवाती तूफान निसर्ग ने गंभीर रूप धारण कर लिया है और ये महाराष्ट्र के तट से टकरा चुका है। तबाही की आशंका के मद्देनजर मुंबई और गुजरात में रेड अलर्ट जारी किया गया है। तूफान के चलते महाराष्ट्र में मुंबई समेत कई हिस्सो में भारी बारिश भी शुरू हो गई है। दो हफ्तों के अंदर भारत आने वाला यह दूसरा तूफान है जबकि देश की आर्थिक राजधानी को 100 सालों बाद कोई तूफान प्रभावित कर रहा है।

पुलिस ने देर रात जारी एक आदेश में कहा कि किसी को भी मुंबई तट के किनारे समुद्र तटों, पार्कों जैसी सार्वजनिक स्थानों पर बाहर आने की अनुमति नहीं है। महाराष्ट्र, गुजरात, दमन और दीव, और दादरा और नगर हवेली को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

चक्रवाती तूफान 'निसर्ग' महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से गुजर चुका है और अब उत्तर महाराष्ट्र तथा गुजरात की ओर बढ़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक ये जानकारी आई है। इसके अलावा ये भी खबर आई है कि इस समय तूफान की तीव्रता भी कुछ कम हुई है। इस दौरान निसर्ग के चलते मुंबई, रत्नागिरी, रायगड, नवी मुंबई में जमकर तेज हवाएं चलीं और जोरदार बारिश हुई। सड़कों पर जगह-जगह पेड़ों के गिरने के दृश्य नजर आ रहे हैं और बीएमसी तथा और राहत-बचाव टीमों के द्वारा इन्हें हटाया जा रहा है।

मुंबई के निचले इलाकों में भारी बारिश के चलते पानी जमा होना शुरू हो गया है और दक्षिण मुंबई के इलाकों जैसे नरीमन पॉइंट में भी जोरदार हवाओं के साथ तेज बारिश हो रही है। मालाबार हिल इलाके से एक भयानक तस्वीर सामने आई जहां घर की छत का पूरा ऊपरी हिस्सा ही तेज हवाओं के चलते उखड़ गया। बीएमसी की दी गई जानकारी के मुताबिक शहर में जगह-जगह सड़कों पर पेड़ उखड़े हुए पड़े हैं और एनडीआरएफ की टीमों सहित अन्य राहत व बचाव टीमें इन्हें रास्तों से हटाने का काम कर रही हैं।

महाराष्ट्र के रायगड जिले में चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के मद्देनजर मुंबई में समुद्र तट के समीप रह रहे 40,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने बताया कि जब चक्रवाती तूफान चला जाएगा तो इन लोगों को स्वास्थ्य जांच के बाद घर भेजा जाएगा। नगर निकाय ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘बीएमसी ने समुद्र तटों और भूस्खलन के लिहाज से संवदेनशील स्थानों के समीप वाले इलाकों से 10,840 लोगों को नगर निकाय के 35 स्कूलों में स्थानांतरित किया है, जहां रहने की अस्थायी व्यवस्था की गई है। उन्हें भोजन और पानी मुहैया कराया गया है।’’ बीएसमी की अपील के बाद इसके अलावा करीब 30,000 लोग खुद इन अस्थायी शिविरों में गए हैं। बीएमसी को शहर में पेड़ गिरने की 37 शिकायतें मिली हैं लेकिन किसी को चोट आने की खबर नहीं है। मुंबई पुलिस ने यह भी कहा कि दक्षिण मुंबई में कोलाबा, मध्य मुंबई में वरली और दादर तथा पश्चिमी मुंबई में जुहू और वर्सोवा जैसे समुद्र तटों के समीप वाले इलाकों में रहने वाले सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।

चक्रवाती तूफान निसर्ग के मद्देनजर मुंबई में प्रसिद्ध बांद्रा-वर्ली सीलिंक पर वाहनों की आवाजाही को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने ट्वीट किया कि चक्रवात निसर्ग के मद्देनजर बांद्रा-वर्ली समुद्रसेतु पर किसी भी वाहन की आवाजाही की अनुमति नहीं है। ट्वीट में कहा गया कि मुंबई पुलिस चक्रवात के कारण किसी भी तरह की क्षति को रोकने के लिए हर सावधानी बरत रही है।