Delhi Car Blast / दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में दहशत, एक्सपर्ट बोले- 'भारत कर सकता है कार्रवाई'

दिल्ली में लाल किला के पास हुए ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में दहशत का माहौल है। पाकिस्तानी विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इसमें पाकिस्तान का नाम आया तो भारत जवाबी कार्रवाई कर सकता है। पाकिस्तानी मीडिया बचाव में है, जबकि पत्रकार आरजू काजमी ने सरकार की घबराहट और संवेदना व्यक्त न करने पर सवाल उठाए हैं, जिससे सीमा पार तनाव बढ़ रहा है।

दिल्ली में लाल किला के पास हुए ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान के भीतर दहशत का माहौल है। सोमवार शाम को हुए इस ब्लास्ट की जांच अभी भी चल रही। है और एजेंसियां एक-एक कड़ी को जोड़ने का प्रयास कर रही हैं। हालांकि, भारत सरकार या किसी भी एजेंसी ने अभी तक सीधे तौर पर पाकिस्तान का। नाम नहीं लिया है, लेकिन पाकिस्तान में अभी से ही घबराहट शुरू हो गई है। पाकिस्तानी टीवी चैनल्स कल रात से ही बौखलाहट भरी रिपोर्टिंग कर रहे हैं और यह। बताने की कोशिश कर रहे हैं कि इस घटना में पाकिस्तान का कोई रोल नहीं है। पाकिस्तानी विशेषज्ञों का मानना है कि हालात बिगड़ रहे हैं और पाकिस्तान को भारत की जवाबी कार्रवाई। का डर है, खासकर अगर जांच में किसी भी तरह से पाकिस्तान का नाम सामने आता है।

पाकिस्तानी विशेषज्ञों को भारत की जवाबी कार्रवाई का डर

दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान के भीतर यह आशंका गहरा गई है कि भारत जवाबी कार्रवाई कर सकता है। पाकिस्तानी एक्सपर्ट्स लगातार इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि अगर इस ब्लास्ट में पाकिस्तान का नाम आता है तो भारत चुप नहीं बैठेगा। यह डर पाकिस्तान के मीडिया और राजनीतिक गलियारों में साफ दिखाई दे रहा है। वे लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि पाकिस्तान का इस। घटना से कोई लेना-देना नहीं है, जो उनकी आंतरिक घबराहट को दर्शाता है।

पाकिस्तान की सरकार डरी हुई है: आरजू काजमी

पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने दिल्ली धमाकों के बाद पाकिस्तान की सरकार की घबराहट को उजागर किया है। आरजू काजमी के अनुसार, पाकिस्तान सरकार इस वक्त खौफ में है क्योंकि। उसे डर है कि भारत पाकिस्तान को कठघरे में जरूर खड़ा करेगा। काजमी ने कहा, "दिल्ली वाले अटैक के बाद मामलात बिगड़ते दिखाई दे रहे हैं। एक बार फिर भारत की तरफ से खुलकर तो नहीं कहा गया है लेकिन इन्वेस्टिगेशन चल रही है और किसी किस्म का जाहिर है कोई सबूत मिला, कोई बात हुई तो भारत पाकिस्तान की तरफ इशारा कर सकता है। पाकिस्तान को कह सकता है। ऐसे में पाकिस्तान क्या करेगा और पाकिस्तान पहले ही घबरा गया है। पाकिस्तान की गवर्नमेंट पाकिस्तान की स्टेट इस वक्त इस डर खौफ में है कि कहीं भारत जो है वो फिर पाकिस्तान का नाम नहीं ले ले। हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के बीच में जो टेंशन है, हम कोशिश कर रहे थे, हम दुआ कर रहे थे कि कुछ कम हो लेकिन। वो एक बार फिर बढ़ती हुई दिखाई दे रही है और असर है, वो यकीनन दोनों तरफ की जो मीडिया है उसपर साफ दिखाई देगा। " यह बयान पाकिस्तान के भीतर की वास्तविक चिंता को दर्शाता है।

आधिकारिक संवेदना की कमी ने उठाए सवाल

आरजू काजमी ने पाकिस्तान की शहबाज सरकार पर दिल्ली धमाकों पर अब तक अफसोस न जताने को लेकर सवाल उठाए हैं। काजमी का कहना है कि पाकिस्तान सरकार की ओर से अभी तक कोई ऐसा आधिकारिक बयान नहीं आया है जिसमें दिल्ली में हुए हमले पर दुख व्यक्त किया गया हो। उन्होंने तर्क दिया कि ऐसे में शक की सुई पाकिस्तान की तरफ क्यों न जाए। काजमी ने कहा, "पाकिस्तान की तरफ से अभी तक गवर्नमेंट की तरफ से कोई ऐसा स्टेटमेंट नहीं दिया गया है जिसमें अफ़सोस जताया गया हो। दिल्ली में जो अटैक हुआ है उसके ऊपर यकीनन पाकिस्तान के प्राइम मिनिस्टर को पाकिस्तान के स्टेट को फौरी तौर पर X के जरिये या किसी जरिये अफसोस का इजहार करना चाहिए था। इस तरह के Attacks पर जब तक आप ये नहीं जताएंगे कि आप इसमें शामिल नहीं हैं और आपको इस तरह की बातों में अफसोस है तो यकीनन दूसरी तरफ एक गलत मैसेज ही जाएगा। बहरहाल मासूम लोगों की जानें गई हैं और पाकिस्तान को इसके ऊपर ऑफिशियली जो है वो जरूर मैसेज देना चाहिए भारत को। ताकि उनको लगे कि हम उनके साथ हैं और हम इन चीज़ों को रोकने में भी उनके साथ हैं। लेकिन बहरहाल अब देखते हैं कि आपकी तरफ से क्या स्टेटमेंट आती है। " यह चुप्पी भारत में एक नकारात्मक संदेश दे सकती है और पाकिस्तान की मंशा पर सवाल खड़े कर सकती है।

अन्य पत्रकारों ने भी जताई चिंता

पाकिस्तानी मीडिया में केवल आरजू काजमी ही नहीं, बल्कि अन्य पत्रकार भी इस मुद्दे पर अपनी राय रख रहे हैं और पाकिस्तान की एक और जर्नलिस्ट आलिया का कहना है कि जब पाकिस्तान में कोई वारदात होती है तो भारत पर इल्ज़ाम लगाया जाता है, तो फिर भारत, पाकिस्तान पर इल्जाम क्यों ना लगाए। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से ऐसा ही तो होता आया है। आलिया ने कहा, "मैं देख रही थी कि क्या पाकिस्तान की तरफ से इसका कोई जवाब दिया जा रहा है या पाकिस्तान का मीडिया इसपर जवाब दे रहा है तो नहीं और जाहिर है कि प्रवक्ता इसपर तो उस वक़्त तक जवाब नहीं देंगे जब तक कि इंडिया की गवर्नमेंट की तरफ से या अथॉरिटी की तरफ ये नहीं कहा जाता कि भई इसके अंदर इसका हाथ है। " पाकिस्तान के एक और जर्नलिस्ट साबिर शाकिर ने भी आशंका जताई है कि दिल्ली धमाकों का इल्ज़ाम पाकिस्तान पर ही आएगा।

ये बयान पाकिस्तान के भीतर की गहरी चिंता और भारत के संभावित रुख को लेकर उनकी समझ को दर्शाते हैं। **पाकिस्तान में पैनिक क्यों? दिल्ली में ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में पैनिक बटन क्यों दब गया है, इसकी एक बड़ी वजह भारत का आतंकवाद के प्रति कड़ा रुख है। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद साफ कर दिया था कि अब आतंकी हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और किसी भी आतंकी हमले को भारत पर हमला माना जाएगा और इसका उसी तरह से जवाब दिया जाएगा। यह नीति पाकिस्तान के लिए एक स्पष्ट चेतावनी है और यही वजह है कि पाकिस्तानी मीडिया से लेकर पाकिस्तानी एक्सपर्ट तक घबराए हुए हैं। दिल्ली ब्लास्ट को लेकर भारत सरकार कितनी सख्त है, यह आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया। पीएम मोदी ने कहा है कि इस ब्लास्ट की साजिश रचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। यह बयान पाकिस्तान के लिए एक और चिंता का विषय है,। क्योंकि उन्हें लगता है कि भारत अपनी बात पर कायम रहेगा।

घबराहट की एक और खास वजह: सीमा पर सैन्य अभ्यास

पाकिस्तान में घबराहट मची होने की एक और खास वजह यह है कि इस वक्त पाकिस्तान बॉर्डर पर भारत की युद्ध की तैयारी चल रही है और पाकिस्तान बॉर्डर पर भारत के तोप गरज रहे हैं और विमान बम बरसा रहे हैं। जैसलमेर से लेकर सरक्रीक तक एक्सरसाइज त्रिशूल चल रहा है। इस ऑपरेशन के तहत आज मरु ज्वाला चल रही है, जिसके तहत रेगिस्तान में टैंक और अपाचे हेलीकॉप्टर दुश्मन के ठिकानों को ध्वस्त करने का अभ्यास कर रहे हैं। इसके अलावा, कल अखंड प्रहार के तहत हाईवे लैंडिंग और ड्रोन हमले होंगे। पाकिस्तान को लग रहा है कि भारत के टैंक पहले से ही बॉर्डर पर हैं और ये कभी भी सीमा पार कर पाकिस्तान में घुस सकते हैं। इन सैन्य अभ्यासों की टाइमिंग और उनका पैमाना पाकिस्तान के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है, जिससे उनकी घबराहट और बढ़ गई है। यह स्थिति दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा रही है, जिससे क्षेत्र में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।