Delhi Weather / दिल्ली-एनसीआर में मौसम का बदलता मिजाज: सुबह ठंडी, दिन में 30°C पारा, AQI रेड जोन में

दिल्ली-एनसीआर में 4 नवंबर को सुबह हल्की ठंड और धुंध रहेगी, जबकि दिन का तापमान 30°C तक पहुंचने की संभावना है। 3 नवंबर इस मौसम का सबसे ठंडा दिन रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 324 दर्ज किया गया, कई इलाके रेड जोन में हैं। 4 और 5 नवंबर को उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश और बर्फबारी की संभावना है।

दिल्ली-एनसीआर में मौसम लगातार अपना रंग बदल रहा है, जहां एक ओर सुबह की हल्की ठंडक और धुंध का अनुभव हो रहा है, वहीं दिन के समय तापमान में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की जा रही है। 4 नवंबर को भी इसी तरह का मौसम पैटर्न देखने को मिलेगा, जिससे निवासियों को दिनभर में कई तरह के मौसमी बदलावों का सामना करना पड़ेगा।

सुबह की ठंडक और दिन की गर्मी

4 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर में दिन की शुरुआत थोड़ी ठंडी रहने की संभावना है। सुबह के समय हल्की धुंध छाई रहेगी, जिससे दृश्यता पर मामूली असर पड़ सकता है और हवा में हल्की नमी महसूस होगी। रात का तापमान लगभग 19 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है, जो सुबह की ठंडक में योगदान देगा। हालांकि, जैसे-जैसे सूरज ऊपर चढ़ेगा और धूप खिलेगी, तापमान में तेजी से वृद्धि होगी और दोपहर तक, दिल्ली का पारा लगभग 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है, जिससे दिन का समय अपेक्षाकृत गर्म और आरामदायक रहेगा। यह दिन और रात के तापमान में एक महत्वपूर्ण अंतर को दर्शाता है, जो इस मौसम की एक विशिष्ट विशेषता है।

शाम और रात का मौसम

दोपहर की गर्मी के बाद, शाम होते-होते मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलता नजर आएगा। सूरज ढलने के साथ ही तापमान में गिरावट आनी शुरू हो जाएगी और रात होने तक, तापमान लगभग 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है, जिससे शाम और रातें फिर से सुहावनी और हल्की ठंडी हो जाएंगी। यह दैनिक तापमान चक्र दिल्ली-एनसीआर के निवासियों को दिनभर में विभिन्न प्रकार के कपड़ों और गतिविधियों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता को दर्शाता है।

सीजन का सबसे ठंडा दिन

इससे पहले, 3 नवंबर को दिल्ली में इस मौसम का अब तक का सबसे ठंडा दिन रिकॉर्ड किया गया, जो कि एक महत्वपूर्ण मौसमी घटना थी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, 3 नवंबर की सुबह 8:30 बजे तक दिल्ली-एनसीआर के मौसम पर्यवेक्षण में सबसे कम तापमान आया नगर में दर्ज किया गया। आया नगर में न्यूनतम तापमान 13 और 4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस सीजन का सबसे ठंडा न्यूनतम तापमान है। यह रिकॉर्ड दर्शाता है कि नवंबर की शुरुआत में ही दिल्ली में ठंड ने अपनी दस्तक दे। दी है, और आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट की उम्मीद की जा सकती है।

खराब वायु गुणवत्ता की स्थिति

मौसम के बदलते मिजाज के साथ-साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता भी चिंता का विषय बनी हुई है। 3 नवंबर को दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 324 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। यह स्तर संवेदनशील व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है और लंबे समय तक संपर्क में रहने पर स्वस्थ व्यक्तियों को भी प्रभावित कर सकता है। दिल्ली के कई इलाकों में AQI 300 से 400 के। बीच रहा, जो 'रेड जोन' या 'गंभीर' श्रेणी को दर्शाता है।

प्रमुख इलाकों में AQI का स्तर

विभिन्न इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर काफी अधिक रहा, जो प्रदूषण की व्यापकता को दर्शाता है। वजीरपुर में सबसे ज्यादा 389 AQI रिकॉर्ड किया गया, जो बेहद खतरनाक स्तर है। अन्य प्रमुख इलाकों में अलीपुर का AQI- 354, आनंद विहार का 371, अशोक विहार का 367, आया नगर का 365, मथुरा रोड का 345, करणी सिंह का 336, डीटीयू का 246, बवाना का 312, बुराड़ी क्रॉसिंग का 384, चांदनी चौक का 354, द्वारका-सेक्टर 8 का 344, जहांगीरपुरी का 336, दिलशाद गार्डन का 302, आईटीओ का 307, और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम का 331 रहा। ये सभी आंकड़े दर्शाते हैं कि दिल्ली-एनसीआर के अधिकांश हिस्से गंभीर वायु प्रदूषण की चपेट में हैं, जिससे निवासियों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

पश्चिमी विक्षोभ और बारिश की संभावना

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 4 और 5 नवंबर को उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में मौसमी बदलावों की संभावना जताई है। एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है, जिसके कारण पंजाब और हरियाणा में हल्की बारिश हो सकती है। इसके अतिरिक्त, जम्मू, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में छिटपुट से लेकर भारी बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। यह मौसमी प्रणाली इन क्षेत्रों में तापमान में गिरावट ला। सकती है और मौसम को और ठंडा बना सकती है। मौसम विभाग ने इन मौसमी बदलावों के मद्देनजर लोगों को सुरक्षित रहने और नवीनतम अपडेट पर नजर रखने की सलाह दी है। यह पश्चिमी विक्षोभ दिल्ली-एनसीआर के मौसम को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करेगा, लेकिन आसपास के क्षेत्रों में होने वाली बारिश और बर्फबारी से हवा की गुणवत्ता और तापमान पर अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ सकता है।