इंडिया / सबसे बड़ी पार्टी के होने बावजूद भाजपा सरकार नहीं बना पा रही, साफ है वे बहुमत नहीं जुटा पा रहे: राउत

Dainik Bhaskar : Nov 07, 2019, 07:55 PM
मुंबई | महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर गतिरोध जारी है। शिवसेना की तरफ से लगातार बयानबाजी हो रही है। अब पार्टी सांसद और मुखपत्र सामना के संपादक संजय राउत ने कहा कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार नहीं बना पा रही। इससे साफ है कि वे बहुमत नहीं जुटा पा रहे। अगले दो दिन में महाराष्ट्र में सरकार का गठन हो जाना चाहिए। इससे पहले भाजपा नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी।

‘उद्धव ठाकरे का निर्णय अंतिम होगा’

राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना की बैठक की जानकारी देते हुए बताया, ‘‘पार्टी की कोई भूमिका बदली नहीं है। सभी विधायकों ने एक स्वर में उद्धव ठाकरे के निर्णय को अंतिम निर्णय कहा। महाराष्ट्र के लोग चाह रहे हैं कि राज्य में सरकार जल्द बने। अगर भाजपा कहती है कि महायुति की सरकार होगी तो वह सरकार बनाने का दावा क्यों नहीं करते? वे क्यों राज्यपाल के पास से खाली हाथ लौटे हैं। सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद अगर भाजपा सरकार नहीं बना रही, इससे स्पष्ट है कि वह बहुमत नहीं जुटा पा रही है। अगर बहुमत नहीं है तो जनता के सामने आकर बताइए कि हम सरकार नहीं बना रहे। संविधान का हर पेज हमें मालूम है। संविधान किसी की जागीर नहीं है।’’

भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार द्वारा देवेंद्र फडणवीस शिवसैनिक की तरह बताए जाने पर राऊत ने कहा कि अगर वह खुद को शिवसैनिक कहते हैं तो शिवसैनिक जैसा व्यवहार भी करना चाहिए। शिवसैनिक जो कहता है वह मरते दम तक निभाता है। शिवसेना का मुख्यमंत्री कैसे बनेगा, इस सवाल पर राउत ने कहा कि यह आपको विधानसभा में देखने को मिलेगा।

‘वही करेंगे जो उद्धव ठाकरे कहेंगे’

उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को शिवसेना विधायकों से अपने आवास मातोश्री पर मुलाकात की। शिवसेना विधायक गुलाबराव पाटिल ने कहा- हम अगले दो दिनों के लिए होटल रंगशारदा में रुकेंगे। हम वहीं करेंगे जो उद्धव साहब करने के लिए कहेंगे। इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने बताया था कि जो विधायक मराठवाड़ा या दूर-दराज वाले इलाके में रहते हैं। उनके रुकने के लिए होटल में व्यवस्था की गई है।

अन्य शिवसेना विधायक ने बताया कि उनसे शांत रहने और एक साथ रहने के लिए कहा गया है। उद्धव जी अंतिम फैसला लेंगे। शिवसेना का कहना है कि जो चर्चा लोकसभा चुनावों के दौरान हुई थी, उसी पर बात होनी चाहिए। उधर, महाराष्ट्र के कराड में-शरद पवार और पृथ्वीराज चव्हाण के बीच बैठक हो रही है। दोनों एक बंद कमरे में बात कर रहे हैं।

शिवसेना ने जताया खरीद-फरोख्त का डर

56 सीटें जीतने वाली शिवसेना को अब टूट का डर सता रहा है। पार्टी के मुखपत्र सामना में शिवसेना ने कहा- कुछ लोग नए विधायकों से संपर्क कर थैली की भाषा बोल रहे हैं। पर किसानों के हाथ कोई दमड़ी भी रखने को तैयार नहीं है। राज्य में मूल्य विहीन राजनीति हम नहीं चलने देंगे। इसके लिए शिवसैनिक तलवार लेकर खड़े हैं। राउत ने कहा- भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। अगर वह सरकार बनाती है तो हम देखेंगे कि आगे क्या करना है।

राकांपा का सरकार बनाने से इनकार

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बीजेपी-शिवसेना राज्य में सरकार बनाएं। हमें जनता ने विपक्ष के लिए चुना है, हम विपक्ष में ही बैठेंगे। मेरे पास अभी कहने के लिए कुछ नहीं है। भाजपा-शिवसेना को लोगों का जनादेश मिला है, इसलिए उन्हें जल्द से जल्द सरकार बनानी चाहिए। हमारा जनादेश विपक्ष की भूमिका निभाना है। पवार ने कहा- अब केवल एक ही विकल्प है कि भाजपा और शिवसेना को मिलकर सरकार बनाना चाहिए।

सिर्फ दो दिन का समय बचा 

9 नवंबर को देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल समाप्त हो रहा है। यदि अगले दो दिनों में कोई भी पार्टी या गठबंधन सरकार नहीं बनाती है तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लग सकता है। 24 अक्टूबर को राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से राज्य में सरकार बनाने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

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