अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और न्यूयॉर्क शहर के नवनिर्वाचित मेयर जोहरान ममदानी के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक 21 नवंबर को व्हाइट हाउस में होने वाली है। यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब ट्रंप ने पहले ममदानी की नीतियों की कड़ी आलोचना की थी और उन्हें 'कम्युनिस्ट' तक कहा था और हालांकि, ममदानी के अनुरोध के बाद ट्रंप ने इस बैठक के लिए अपनी सहमति दे दी है, जो दोनों नेताओं के बीच एक अप्रत्याशित संवाद का मार्ग प्रशस्त करती है।
ट्रंप की पहले की आलोचना
डोनाल्ड ट्रंप ने 4 नवंबर को हुए चुनाव से ठीक एक दिन पहले जोहरान ममदानी की जीत को न्यूयॉर्क शहर के लिए 'आर्थिक और सामाजिक आपदा' बताया था और उन्होंने ममदानी की नीतियों को 'कम्युनिस्ट' करार दिया था और कहा था कि हजारों साल से कम्युनिज्म कभी कामयाब नहीं हुआ और उन्हें शक है कि इस बार भी यह काम करेगा। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इस बैठक की घोषणा करते हुए लिखा, 'न्यूयॉर्क शहर के कम्युनिस्ट मेयर जोहरान ‘क्वामे’ ममदानी ने मीटिंग के लिए अनुरोध किया है। हमने सहमति जता दी है कि यह मीटिंग शुक्रवार, 21 नवंबर को ओवल ऑफिस में होगी। आगे की जानकारी जल्द दी जाएगी और ' यह दर्शाता है कि ट्रंप अपनी पुरानी आलोचनाओं के बावजूद संवाद के लिए तैयार हैं।
ट्रंप की प्रतिक्रिया और न्यूयॉर्क के प्रति प्रेम
न्यूयॉर्क मेयर का चुनाव जीतने के बाद, जोहरान ममदानी ने अपने जोशीले भाषण में डोनाल्ड ट्रंप को सीधी चुनौती दी थी और ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में अवैध प्रवासियों पर सख्त कार्रवाई कर रहे थे, जबकि ममदानी ने स्पष्ट किया था कि न्यूयॉर्क शहर को प्रवासी ही ताकत देते हैं। उन्होंने घोषणा की थी कि अब यह शहर 'एक प्रवासी के नेतृत्व में चलेगा'। ममदानी ने अपने भाषण में कहा था, 'आखिरकार, अगर कोई डोनाल्ड ट्रंप द्वारा धोखा दिए गए देश को उन्हें हराने का तरीका दिखा सकता है तो वह न्यूयॉर्क ही है जिसने उन्हें शिखर पर पहुंचाया। अगर किसी तानाशाह को डराने का कोई तरीका है, तो वह उन्हीं परिस्थितियों को खत्म करना है जिन्होंने उसे सत्ता हासिल करने में मदद की और यही तरीका है ट्रंप को रोकने का और आने वाले अगले ट्रंप को रोकने का भी। तो डोनाल्ड ट्रंप, मैं जानता हूं आप देख रहे हो। मैं 4 शब्द कहूंगा, आवाज और तेज करो! ' यह भाषण ट्रंप के खिलाफ ममदानी के मजबूत रुख को दर्शाता है।
ममदानी के इस भाषण को ट्रंप ने 'बहुत गुस्से वाला' बताया था और कहा था कि अगर वह वॉशिंगटन के प्रति सम्मान नहीं दिखाएंगे तो उनके सफल होने की कोई संभावना नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह ममदानी से संपर्क करेंगे, तो ट्रंप ने कहा था, 'उन्हें हमसे संपर्क करना चाहिए और मुझे लगता है कि उन्हें ही आगे आना चाहिए। मैं तो यहां हूं। देखते हैं क्या होता है। लेकिन मुझे लगता है कि उनके लिए हमसे संपर्क करना ज्यादा उचित होगा। ' ट्रंप ने अपनी दुविधा भी व्यक्त की, 'मैं दुविधा में हूं क्योंकि। मैं चाहता हूं कि नया मेयर अच्छा करे, क्योंकि मुझे न्यूयॉर्क बहुत प्यारा है। मैं सचमुच न्यूयॉर्क से बहुत प्यार करता हूं। ' यह बयान ट्रंप के व्यक्तिगत लगाव और राजनीतिक मतभेदों के बीच के द्वंद्व को उजागर करता है।
ममदानी का ऐतिहासिक चुनाव
जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क मेयर का बेहद चर्चित चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है। वह अमेरिका के सबसे बड़े शहर के पहले दक्षिण एशियाई और पहले मुस्लिम मेयर बन गए हैं। भारतीय मूल के ममदानी मशहूर फिल्मकार मीरा नायर और कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर महमूद ममदानी के बेटे हैं। उनका जन्म युगांडा की राजधानी कंपाला में हुआ था। वह 7 साल की उम्र में परिवार के साथ न्यूयॉर्क आ गए थे और 2018 में ही अमेरिकी नागरिक बने थे। उनकी जीत न केवल न्यूयॉर्क की विविधता को दर्शाती है बल्कि अमेरिकी राजनीति में नए चेहरों और विचारों के उदय का भी प्रतीक है।
आगामी बैठक का महत्व
ट्रंप और ममदानी के बीच यह आगामी बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण है। यह दर्शाता है कि राजनीतिक मतभेदों और सार्वजनिक आलोचनाओं के बावजूद, संवाद के रास्ते खुले रहते हैं। यह मुलाकात न्यूयॉर्क शहर के भविष्य और राष्ट्रीय राजनीति पर इसके संभावित प्रभावों पर चर्चा का अवसर प्रदान करेगी और दोनों नेताओं के बीच की यह बातचीत यह भी संकेत दे सकती है कि भविष्य में विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं के नेताओं के बीच किस प्रकार के संबंध विकसित हो सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि ओवल ऑफिस में यह बैठक किस। दिशा में आगे बढ़ती है और इसके क्या परिणाम सामने आते हैं।