Election Commission / 'ECI का अच्छा कदम, पर कब तक मिलेगा डाटा', राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से फिर पूछा सवाल

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पूछा कि चुनाव आयोग महाराष्ट्र और हरियाणा की मतदाता सूची कब तक साझा करेगा। एक्स पर पोस्ट कर उन्होंने आयोग के फैसले का स्वागत किया और सटीक तारीख बताने की मांग की। आयोग की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।

Election Commission: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को एक अहम मुद्दा उठाते हुए चुनाव आयोग से यह सवाल किया कि महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों की मतदाता सूची कब तक सार्वजनिक की जाएगी? सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व ट्विटर) पर उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए यह सवाल पूछा और चुनाव आयोग के हालिया फैसले का स्वागत भी किया।

राहुल गांधी ने लिखा, "मतदाता सूची सौंपने के लिए चुनाव आयोग द्वारा उठाया गया पहला अच्छा कदम है। क्या चुनाव आयोग सटीक तारीख की घोषणा कर सकता है, जब तक यह डेटा सौंप दिया जाएगा?"

स्क्रीनशॉट से उठा सवाल

जिस रिपोर्ट का हवाला राहुल गांधी ने दिया, उसमें दावा किया गया है कि चुनाव आयोग ने 2009 से 2024 तक हरियाणा और महाराष्ट्र की मतदाता सूची का डेटा साझा करने का रास्ता साफ कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, आयोग ने वर्ष की शुरुआत में दिल्ली हाईकोर्ट को इस संबंध में आश्वासन भी दिया था। हालांकि, इस कथित फैसले को लेकर अब तक आयोग की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

चुनाव आयोग की स्थिति और कांग्रेस की प्रतिक्रिया

राहुल गांधी पहले भी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर गड़बड़ियों का आरोप लगा चुके हैं। इस पर आयोग के सूत्रों का कहना है कि संवैधानिक संस्थान तभी जवाब देगा जब औपचारिक रूप से संपर्क किया जाएगा। साथ ही यह जानकारी भी दी गई कि चुनाव आयोग ने सभी छह राष्ट्रीय दलों को अलग-अलग बातचीत के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने 15 मई को होने वाली बैठक को रद्द कर दिया।

चुनाव आयोग पर तीखा हमला

शनिवार को राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर दोबारा निशाना साधा और कहा कि "चोरी से नहीं बल्कि सच से इसकी विश्वसनीयता की रक्षा होगी।" उन्होंने महाराष्ट्र चुनावों में ‘मैच-फिक्सिंग’ का आरोप लगाते हुए दावा किया कि यही स्थिति भविष्य में बिहार और अन्य राज्यों में भी देखने को मिल सकती है, जहां बीजेपी को हार का सामना करना पड़ रहा है।