देश / चीन की आर्मी द्वारा लद्दाख सीमा पर भारतीय सैनिकों को हिरासत में लेने की बात झूठी, सेना ने दिया जवाब

News18 : May 24, 2020, 03:35 PM
नई दिल्ली। देश एक ओर जहां कोरोना (Corona) की जंग लड़ रहा है वहीं दूसरी तरफ पिछले कुछ दिनों से चीन (China) वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास कुछ गड़बड़ करता दिखाई दे रहा है। दोनों देशों में पिछले कुछ दिनों से चले आ रहे तनाव के बीच खबर आई है कि चीन के सैनिकों ने लद्दाख में भारतीय सैनिकों की एक पेट्रोलिंग पार्टी को हिरासत में ले लिया है। हालांकि सेना की ओर से इस तरह की किसी भी घटना से इनकार करते हुए इसका खंडन किया गया है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक भारतीय सेना ने शनिवार को उन खबरों का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीनी सैनिकों द्वारा एक गश्त पार्टी को हिरासत में लिया गया था। सेना के सूत्रों ने कहा कि यह सच नहीं है।भारतीय सेना के सैनिकों को हिरासत में लिए जाने की रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब दोनों देश के बीच गलवान नदी के आसपास के इलाके को लेकर तनाव चल रहा है।

भारत और चीन के बीच सीमा पर टेंशन लागतार बढ़ती जा रही है। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास पैंगोंग सो झील और गलवान घाटी में चीनी सेना तेजी से अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रही है। पिछले दो हफ्ते से चीन ने इन इलाकों में सौ से ज्यादा टेंट बना डाले हैं। इस बीच हालात की गंभीरता को देखते हुए भारत ने भी अपने सैनिकों की तैनाती यहां बढ़ा दी है।

भारतीय सेना भी पूरी तरह से है तैयार

अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया ने दावा किया है कि लद्दाख में भारतीय सेना कुछ अतिरिक्त बटालियन को सीमा पर भेज रही है। लेह सेना की दूसरी यूनिट में करीब 10-12 हजार सैनिक हैं। मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दो दिन पहले सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे हालात का जायजा लेने के लिए लद्दाख गए थे। उनके साथ बॉर्डर पर उत्तरी कमांड के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वायके जोशी भी मौजूद थे। इसके अलावा इन दोनों के साथ हालात का जायाजा लेने के लिए लेह के 14 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट हरिंदर सिंह भी थे।


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