Gallard Steel IPO / गैलार्ड स्टील का आईपीओ 19 नवंबर से खुलेगा, ₹37.5 करोड़ जुटाने का लक्ष्य

इंदौर स्थित गैलार्ड स्टील का आईपीओ 19 नवंबर को खुलेगा, जिसका लक्ष्य ₹142 से ₹150 प्रति शेयर के प्राइस बैंड पर 25 लाख शेयरों के माध्यम से ₹37.5 करोड़ जुटाना है। यह पूरी तरह से एक नया इश्यू है, जिसका उपयोग व्यापार विस्तार और ऋण चुकाने के लिए किया जाएगा। बोली 21 नवंबर तक लगाई जा सकती है।

गैलार्ड स्टील का बहुप्रतीक्षित प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 19 नवंबर को निवेशकों के लिए खुलने जा रहा है। मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित इस इंजीनियरिंग कंपनी का लक्ष्य इस सार्वजनिक निर्गम के माध्यम से ₹37 और 5 करोड़ जुटाना है। यह आईपीओ कंपनी के व्यापार विस्तार योजनाओं और वित्तीय स्थिरता को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी ने इस इश्यू के लिए ₹142 से ₹150 प्रति शेयर का प्राइस बैंड निर्धारित किया है, जो निवेशकों को बोली लगाने के लिए एक स्पष्ट सीमा प्रदान करता है।

आईपीओ की मुख्य बातें और समय-सीमा

गैलार्ड स्टील का आईपीओ पूरी तरह से एक नया इश्यू है, जिसका अर्थ है कि कंपनी। द्वारा जारी किए गए सभी 25 लाख शेयरों से प्राप्त आय सीधे कंपनी के खजाने में जाएगी। इसमें ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) कंपोनेंट शामिल नहीं है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि जुटाए गए धन का उपयोग सीधे कंपनी के विकास और परिचालन उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। निवेशक 19 नवंबर से बोली लगाना शुरू कर सकते हैं और यह प्रक्रिया 21 नवंबर तक खुली रहेगी। शेयरों का अंतिम आवंटन 24 नवंबर तक पूरा होने की उम्मीद है, जिसके बाद 26 नवंबर को बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर शेयरों की लिस्टिंग होगी। इस आईपीओ का प्रबंधन सेरेन कैपिटल द्वारा किया जा रहा है, जो इस सार्वजनिक निर्गम प्रक्रिया में मर्चेंट बैंकर की भूमिका निभा रहा है।

कंपनी का परिचय और परिचालन

गैलार्ड स्टील की स्थापना 2015 में हुई थी और इसने भारतीय इंजीनियरिंग क्षेत्र में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई है। कंपनी की विनिर्माण इकाई मध्य प्रदेश के पीथमपुर में स्थित। है, जो इसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थान पर रखती है। गैलार्ड स्टील मुख्य रूप से भारतीय रेलवे, रक्षा क्षेत्र, बिजली उत्पादन और संबद्ध उद्योगों के लिए रेडी-टू-यूज कंपोनेंट्स, असेंबलीज और सब-असेंबलीज के निर्माण में विशेषज्ञता रखती है और ये उद्योग देश के बुनियादी ढांचे और रणनीतिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो गैलार्ड स्टील को एक स्थिर और बढ़ती मांग वाले बाजार में स्थान दिलाते हैं। कंपनी की विशेषज्ञता इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों की जटिल और उच्च-गुणवत्ता वाली आवश्यकताओं को पूरा करने में निहित है।

मजबूत वित्तीय प्रदर्शन का विश्लेषण

गैलार्ड स्टील ने हाल के वित्तीय वर्षों में प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है, जो इसकी मजबूत व्यावसायिक रणनीति और परिचालन दक्षता को दर्शाती है। वित्तीय वर्ष 2025 में, कंपनी का लाभ लगभग दोगुना होकर ₹6 करोड़ से अधिक हो गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष में ₹3. 2 करोड़ था और इसी अवधि में, परिचालन से राजस्व भी दोगुना होकर ₹53. 3 करोड़ हो गया, जो पिछले वर्ष ₹26 और 8 करोड़ था। यह महत्वपूर्ण वृद्धि कंपनी की बाजार में बढ़ती पैठ और उत्पादन क्षमता में सुधार का प्रमाण है। इसके अतिरिक्त, चालू वित्तीय वर्ष के अप्रैल से सितंबर की अवधि के लिए, कंपनी ने ₹31 और 6 करोड़ के राजस्व पर ₹4. 3 करोड़ का लाभ दर्ज किया है, जो निरंतर सकारात्मक प्रदर्शन का संकेत देता है। यह वित्तीय स्थिरता निवेशकों के लिए एक आकर्षक प्रस्ताव प्रस्तुत करती है।

आईपीओ से जुटाए गए धन का रणनीतिक उपयोग

गैलार्ड स्टील आईपीओ से जुटाए गए ₹37 और 5 करोड़ का उपयोग अपनी विकास रणनीतियों को आगे बढ़ाने के लिए सावधानीपूर्वक करेगी। कुल राशि में से, ₹20. 73 करोड़ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मौजूदा विनिर्माण सुविधा के विस्तार और एक नए कार्यालय भवन के निर्माण के लिए आवंटित किया जाएगा। यह विस्तार कंपनी की उत्पादन क्षमता को बढ़ाएगा और भविष्य की। मांग को पूरा करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करेगा। इसके अलावा, ₹7. 2 करोड़ का उपयोग कंपनी के कुछ उधारों के पुनर्भुगतान के लिए किया जाएगा, जिससे इसकी बैलेंस शीट मजबूत होगी और वित्तीय बोझ कम होगा। शेष फंड का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा, जिसमें कार्यशील पूंजी की आवश्यकताएं, परिचालन व्यय और भविष्य की रणनीतिक पहल शामिल हो सकती हैं। यह धन उपयोग योजना कंपनी के दीर्घकालिक विकास और स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

निवेशकों के लिए अवसर

गैलार्ड स्टील का आईपीओ उन निवेशकों के लिए एक अवसर प्रस्तुत करता है जो एक तेजी। से बढ़ती इंजीनियरिंग कंपनी में निवेश करना चाहते हैं जो महत्वपूर्ण क्षेत्रों को सेवा प्रदान करती है। कंपनी का मजबूत वित्तीय ट्रैक रिकॉर्ड, स्पष्ट विकास योजनाएं और रणनीतिक धन उपयोग इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाते हैं और बीएसई एसएमई पर लिस्टिंग से कंपनी को पूंजी बाजार तक पहुंच मिलेगी और इसकी दृश्यता बढ़ेगी, जिससे भविष्य में और विकास के अवसर खुलेंगे।