IND vs ENG / गिल के पास इतिहास रचने का मौका, अभी तक कोई भारतीय कप्तान नहीं कर पाया ये कारनामा

शुभमन गिल की कप्तानी में भारत पहला टेस्ट इंग्लैंड से हार चुका है, पर पांच मैचों की सीरीज में वापसी मुमकिन है। दूसरा मुकाबला 2 जुलाई से बर्मिंघम में होगा, जहां भारत आज तक नहीं जीता। गिल के पास इतिहास रचने का मौका है—बर्मिंघम में जीत दर्ज कराने का।

IND vs ENG: शुभमन गिल की अगुवाई में टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला हार चुकी है, लेकिन पांच मैचों की इस श्रृंखला में अभी वापसी की पूरी संभावना बनी हुई है। सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 2 जुलाई से बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान में खेला जाएगा। इस मुकाबले में गिल के पास न केवल सीरीज में बराबरी हासिल करने का मौका है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने का भी सुनहरा अवसर है।

बर्मिंघम में अब तक अधूरी रही है जीत की तलाश

भारतीय टीम ने बर्मिंघम में अब तक कुल आठ टेस्ट मुकाबले खेले हैं, लेकिन आज तक एक भी जीत दर्ज नहीं कर सकी है। इन आठ में से सात मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा, जबकि एक मुकाबला ड्रा रहा। साल 1967 में टीम इंडिया ने पहली बार इस मैदान पर टेस्ट खेला था, लेकिन तब से अब तक कई भारतीय कप्तान आए और गए, पर जीत का सपना अधूरा ही रह गया।

क्या गिल तोड़ पाएंगे ये दुर्भाग्य?

अब बारी है शुभमन गिल की। अगर वे इस मैदान पर जीत दर्ज कराने में सफल होते हैं, तो वे बर्मिंघम में टेस्ट जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बन जाएंगे। इससे पहले यहां कप्तानी करने वाले खिलाड़ियों में अजीत वाडेकर, एस वेंकटराघवन, मंसूर अली खान पटौदी, कपिल देव, मोहम्मद अजहरुद्दीन, एमएस धोनी, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह का नाम शामिल है। इन सभी ने केवल एक-एक बार इस मैदान पर कप्तानी की, लेकिन जीत किसी को भी नसीब नहीं हुई।

मुकाबला होगा कांटे का

भारत-इंग्लैंड के बीच चल रही यह टेस्ट सीरीज अगस्त तक चलेगी। पहला मुकाबला हारने के बाद भारत को अब हर मैच में पूरी ताकत झोंकनी होगी। दूसरे टेस्ट के लिए टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। दूसरी ओर, इंग्लैंड ने बड़ी घोषणा करते हुए बताया है कि तेज़ गेंदबाज़ जोफ्रा आर्चर की टेस्ट टीम में वापसी हो रही है। आर्चर करीब चार साल बाद टेस्ट क्रिकेट में लौटेंगे, जिससे मुकाबले का रोमांच और बढ़ जाएगा।