तकनीक / रास्ता भटकने नहीं देगा मैप का नया स्टे सैफर फीचर, गलत रास्ते पर गए तो करेगा तुरंत अलर्ट

गूगल मैप ने बुधवार को अपने 'स्टे सैफर' फीचर को जारी कर दिया है। यह नया फीचर यूजर को तब अलर्ट करेगा जब वो गलत रूट पर चल रहे हो। इसके अलावा यूजर को अपनी लाइव ट्रिप परिवार और दोस्तों के साथ भी शेयर करने की सुविधा भी मिलेगी। इस नए फीचर को एंड्रॉयड यूजर गूगल मैप के लेटेस्ट वर्जन के साथ इस्तेमाल कर सकेंगे।

गैजेट डेस्क. गूगल मैप ने बुधवार को अपने 'स्टे सैफर' फीचर को जारी कर दिया है। यह नया फीचर यूजर को तब अलर्ट करेगा जब वो गलत रूट पर चल रहे हो। इसके अलावा यूजर को अपनी लाइव ट्रिप परिवार और दोस्तों के साथ भी शेयर करने की  सुविधा भी मिलेगी। इस नए फीचर को एंड्रॉयड यूजर गूगल मैप के लेटेस्ट वर्जन के साथ इस्तेमाल कर सकेंगे।

दाहरण के तौर पर अगर यूजर किसी ऑटो रिक्शा, टैक्सी या बस में सफर कर हो तो उसे गूगल मैप में जाकर स्टे सैफर के ऑप्शन का इस्तेमाल करना होगा। जैसे ही टैक्सी या ऑटो रिक्शा गलत रास्ते पर जाएगी ये फीचर 500 मीटर दूरी के बाद यूजर को अलर्ट करना शुरू कर देगा। यह फीचर सुरक्षा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है साथ ही अब ऑटो रिक्शा ड्राइवर ज्यादा पैसों के लिए गलत या लंबे रास्ते से नहीं ले जा पाएंगे।

यूजर को यात्रा का सुरक्षित और विश्वासनीय अनुभव मिलें - अमांडा बिशप (प्रोडक्ट मैनेजर, गूगल मैप)

गूगल मैप के प्रोडक्ट मैनेजर अमांडा बिशप ने कहा कि इस फीचर को बनाने से पहले हमने भारत में कई रिसर्च की, हमने पाया कि लोगों सेफ्टी संबंधित समस्याओं के कारण घुमने-फिरने में हिचकिचाते हैं। बस यहीं से हमने इस फीचर को बनाने को सोच लिया था, हम एक ऐसा फीचर बनाना चाहते थे जो सफर के दौराम यूजर को विश्वासनीय अनुभव दें। हमारा नया स्टे सेफर फीचर ऑटो रिक्शा और टैक्सी में सफर करने वाले यूजर को गलत रास्ते पर जाने पर अलर्ट करता है। जब लोगों को पता होता है कि गाड़ी सहीं रास्ते पर चल रहे हैं तो उन्हें मानसिक शांति मिलती है।

ऐसे करें इस्तेमाल

सबसे पहले यूजर को गूगल मैप पर डेस्टिनेशन सर्च और डायरेक्शन मिलने के बाद स्टार्ट पर क्लिक करने होगा।

इसके बाद साथ में दिए स्टे सैफर के ऑप्शन को क्लिक करना होगा।

स्टे सैफर क्लिक करते ही यूजर के सामने दो ऑप्शन मिलेंगे, जिसमें शेयर लाइव ट्रिप और गेट ऑफ-रूट अलर्ट शामिल है।

शेयर लाइव ट्रिप के जरिए यूजर अपनी ट्रिप को वॉट्सऐप और जीमेल के जरिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर कर सकेंगे।

गेट ऑफ-रूट अलर्ट के जरिए यूजर गूगल मैप द्वारा बताए गए रूट से अलग रास्तें पर 500 मीटर दूर जाते ही अलर्ट करना शुरू कर देगा।