विशेष / गुरुनानक जयंती | ये जीवन परेशानियों से भरा है, जिस व्यक्ति को खुद पर विश्वास है, वही विजेता कहलाता है

सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव जी की 550वीं जयंती कार्तिक पूर्णिमा मंगलवार, 12 नवंबर को है। गुरुनानक देव जी के विचार- किसी भी इंसान को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि वह गुरु के बिना भवसागर को पार सकता है। ये जीवन परेशानियों से भरा है, जिस व्यक्ति को खुद पर विश्वास है, वही विजेता कहलाता है। सच्चा धार्मिक वही है जो सभी लोगों को एक समान मानता है और सभी का सम्मान करता है।

Dainik Bhaskar : Nov 12, 2019, 08:09 AM
गुरुनानक जयंती | सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव जी की 550वीं जयंती कार्तिक पूर्णिमा मंगलवार, 12 नवंबर को है। हिन्दी पंचांग के अनुसार गुरुनानक देव का जन्म संवत् 1526 को कार्तिक पूर्णिमा पर हुआ और इंग्लिश कैलेंडर के अनुसार गुरुनानक का जन्म 1469 में हुआ था। सिख धर्म में इस दिन को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। गुरुनानक ने अपने विचारों में सुखी और सफल जीवन के सूत्र बताए हैं। गुरुनानक ने किरत करो, नाम जपो, वंड छको का संदेश दिया। हमें नाम जपना, मेहनत करनी चाहिए और बांटकर खाना चाहिए। यहां जानिए गुरुनानक देव जी के कुछ ऐसे विचार जो आपकी कई परेशानियां खत्म कर सकते हैं…

  • किसी भी इंसान को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि वह गुरु के बिना भवसागर को पार सकता है।
  • हमें वही शब्द बोलना चाहिए, जिनसे हमें सम्मान मिलता है।
  • ये जीवन परेशानियों से भरा है, जिस व्यक्ति को खुद पर विश्वास है, वही विजेता कहलाता है।
  • ध्यान रखें कभी भी किसी भी परिस्थिति में दूसरों का हक नहीं छिनना चाहिए।
  • cकभी भी अहंकार न करें, क्योंकि अहंकार इंसान को इंसान बनकर नहीं रहने देता है।
  • भगवान एक है, लेकिन उसके कई रूप हैं। परमात्मा सभी का निर्माण करता है और वही खुद मनुष्य का रूप लेता है।
  • जो व्यक्ति खुद पर भरोसा नहीं करता है, वह कभी भी परमात्मा पर भी विश्वास नहीं कर सकता।
  • जो धन को हृदय में स्थान देता है, हमेशा उसका ही नुकसान होता है।
  • जो लोग दूसरों के साथ हमेशा हर हाल में प्रेम से रहते हैं, वे उन लोगों में से है, जिन्होंने भगवान को ढूंढ लिया।