देश / दिल्ली के लिए हुए रवाना राहुल-प्रियंका गांधी, F-1 गेस्ट हाउस पर जायेंगे

Zoom News : Oct 01, 2020, 05:30 PM
हाथरस. हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी का हल्लाबोल जारी है, उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप का शिकार हुई युवती को इंसाफ दिलाने के लिए देशभर में गुस्सा है। युवती की मौत के बाद जिस तरह उसका पुलिस द्वारा अंतिम संस्कार कर दिया गया, उसपर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। देश के विभिन्न राजनीतिक दलों ने इस मामले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस के लिए रवाना हुए थे, लेकिन उन्हें हाथरस पहुंचने से पहले ही एक्सप्रेस वे पर ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। प्रशासन ने जिले में धारा 144 लगा दी है।

दिल्ली के लिए रवाना हुए राहुल-प्रियंका

 राहुल गांधी और प्रियंका गांधी एक्सप्रेस-वे पर F-1 गेस्ट हाउस से निकल गए हैं। वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। बता दें, पुलिस ने एक्सप्रेस वे से हाथरस जाते समय उन्हें हिरासत में लिया था।

राहुल गांधी ने पुलिस से पूछे सवाल 

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को हाथरस जाने से एक्सप्रेस वे पर ही रोक दिया गया है। इस दौरान रोके जाने पर राहुल ने पुलिस से कहा, 'मैं हाथरस अकेले ही जाना चाहता हूं। प्लीज बताइए कि मुझे  किस जुर्म में गिरफ्तार किया जा रहा है।' इस पर पुलिस ने राहुल गांधी को कहा,'उन्हें सेक्शन 188 (IPC) के तहत सरकार के आदेश उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किया जा रहा है।' एक्सप्रेस वे से गिरफ्तार करके उन्हें गेस्ट हाउस ले जाया गया है।

राहुल-प्रियंका को पुलिस ने लिया हिरासत में

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पैदल ही हाथरस जा रहे दोनों नेताओं को यूपी पुलिस ने रोका। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और यूपी पुलिस के बीच झड़प हुई। राहुल गांधी ने कहा कि 'मैं हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने जा रहा हूं, ये मुझे रोक नहीं पाएंगे।' दरअसल, लोगों को गुस्सा देखते हुए सरकार ने वहां पर धारा 144 लागू की हुई है और जिसके चलते इन्हें भी वहां जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। नोएडा ADCP रणविजय सिंह ने कहा कि 'हमने उन्हें यहीं रोक लिया है क्योंकि धारा 144 का उल्लंघन होगा, अगर ये गए तो। हम उन्हें आगे बढ़ने की इजाजत नहीं दे सकते हैं।'

पीएम मोदी पर राहुल गांधी ने साधा निशाना

एक्सप्रेस वे पर रोके जाने से राहुल गांधी ने पीएम मोदी निशाना साधा। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा,'अब पुलिस ने मुझे धक्का दिया, लाठी चार्ज की और जमीन पर गिरा दिया। मैं ये पूछना चाहता हूं कि क्या अब बस देश में मोदी जी ही चल सकते हैं। क्या एक आम आदमी नहीं चल सकता। हमारे वाहनों को रोक दिया गया, इसलिए हम पैदल ही हाथरस जा रहे हैं।'

कार्यकर्ताओं की पुलिस वालों से हुई झड़प

एक्सप्रेस वे पर पैदल जाते वक्त कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को रोका गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यूपी पुलिस के साथ झड़प हो गई।

मेरी भी 18 साल की बेटी है: प्रियंका

हाथरस जा रहे कांग्रेस के काफिले को ग्रेटर नोएडा में पुलिस द्वारा रोक लिया गया। काफिले को रोके जाने से प्रियंका गांधी भड़क उठीं और उन्होंने कहा, 'ऐसी घटनाओं पर गुस्सा चढ़ता है, मेरी 18 साल की बेटी है। हर महिला को गुस्सा चढ़ना चाहिए। हमारे हिंदू धर्म में कहां लिखा है कि अंतिम संस्कार परिवार के बिना हो।' प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगे कहा कि 'प्रदेश की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं, हर रोज प्रदेश में रेप की घटनाएं हो रही हैं। सरकार की ओर से सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। आप हिंदू धर्म के रखवाले हैं, आपने ये स्थिति बना दी है कि एक पिता अपनी बेटी की चिता नहीं जलवा पा रहा है।' 

ग्रेटर नोएडा पर रोका गया राहुल-प्रियंका का काफिला 

राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा हाथरस में गैंगरेप का शिकार हुई युवती के परिवार से मुलाकात और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए हाथरस रवाना हुए थे, लेकिन अब उनके काफिले को ग्रेटर नोएडा में ही रोक लिया गया। इसके बाद वो पैदल ही पीड़िता के परिवार वालों मिलने के लिए निकल पड़े। ताज एक्सप्रेसवे पर केवल राहुल और प्रियंका की गाड़ी को ही जाने दिया गया, लेकिन जब उनके काफिले को रोका गया तो वो दोनों भी काफिले के साथ पैदल ही रवाना हो गए।

प्रियंका कर चुकी हैं परिवार से बात

पीड़िता की मौत से पहले ही प्रियंका ने पीड़िता के परिवार से फोन पर बात की थी और इस मामले के सामने आने के बाद उन्होंने कहा कि राज्य में जिस तरह से जंगल राज फल फूल रहा है उसे देखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को अपना इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर में भी घटी, लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गई। आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों से दरिंदगी हुई। यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं, मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती, ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है जनता को जवाब चाहिए।

SIT की जांच शुरू

इसी बीच प्रदेश सरकार ने इस मामले में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम का गठन किया है जिसने अपनी जांच शुरू कर दी है। गृह सचिव भगवान स्वरूप की अगुवाई में एसआईटी की टीम ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। फिलहाल टीम की ओर से शुरुआती जांच शुरू कर दी गई है, सात दिन के अंदर हर पहलू पर मंथन कर एसआईटी अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

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