Starlink In India / एलन मस्क का Starlink सैटेलाइट इंटरनेट काम कैसे करता है, क्या 5G से होगा सस्ता? जानिए

एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस Starlink जल्द भारत में एंट्री कर सकती है। जियो और एयरटेल ने SpaceX के साथ कोलैब का ऐलान किया है। Starlink सैटेलाइट-आधारित इंटरनेट सर्विस है, जो टावर या केबल के बिना सीधे सैटेलाइट सिग्नल से जुड़ती है। Starlink का मंथली प्लान लगभग ₹10,500 है, जबकि 5G ब्रॉडबैंड ₹599 से शुरू होता है।

एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस, Starlink, जल्द ही भारत में अपनी एंट्री कर सकती है। भारत के टेलीकॉम सेक्टर की दो बड़ी कंपनियों—जियो और एयरटेल—ने SpaceX के साथ स्टारलिंक इंटरनेट सर्विस के लिए संभावित कोलैबोरेशन की घोषणा की है। हालांकि, भारत सरकार से कुछ आवश्यक परमिशन मिलना बाकी है। अनुमोदन मिलते ही, यह सेवा ग्रामीण और शहरी इलाकों में तेज़ इंटरनेट सुविधा प्रदान करने के लिए तैयार होगी।

कैसे काम करता है सैटेलाइट इंटरनेट?

सैटेलाइट इंटरनेट एक अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित है, जिसमें इंटरनेट सेवा प्रदान करने के लिए फाइबर केबल या टावर की जरूरत नहीं होती। इसके बजाय, यह डायरेक्ट सैटेलाइट से सिग्नल रिसीव करके इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करता है।

  • पारंपरिक इंटरनेट सेवाओं की तुलना में, सैटेलाइट इंटरनेट कठिन इलाकों—जैसे पहाड़ों, रेगिस्तानों और दूरदराज़ के गांवों में—बेहतर कवरेज प्रदान कर सकता है।

  • एक ग्राउंड स्टेशन के माध्यम से ब्रॉडबैंड सिग्नल सैटेलाइट में भेजा जाता है, जो फिर इसे सीधे उपयोगकर्ता के डिवाइस तक ट्रांसमिट करता है।

  • रिपोर्ट्स के अनुसार, स्टारलिंक की लेटेंसी (data transmission delay) सबसे कम होती है, जिससे यह तेज़ और अधिक विश्वसनीय इंटरनेट कनेक्टिविटी दे सकता है।

क्या Starlink इंटरनेट 5G से सस्ता होगा?

भारत में वर्तमान में जियो एयरफाइबर और एयरटेल के 5G ब्रॉडबैंड प्लान किफायती दरों पर उपलब्ध हैं। उदाहरण के लिए:

  • Jio AirFiber: ₹599/महीना (40 Mbps स्पीड)

  • Airtel 5G ब्रॉडबैंड: ₹699/महीना (40 Mbps स्पीड)

इसके मुकाबले, स्टारलिंक का सबसे सस्ता प्लान $120 (लगभग ₹10,500/महीना) से शुरू होता है। स्पष्ट रूप से, स्टारलिंक वर्तमान 5G ब्रॉडबैंड से महंगा रहेगा। हालांकि, यह उन क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंचाने में मदद कर सकता है जहां पारंपरिक ब्रॉडबैंड नहीं पहुंच सकता।

Starlink से भारत को क्या फायदा होगा?

  1. रिमोट लोकेशन कवरेज: सुदूर गांवों और दुर्गम इलाकों में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध होगी।

  2. कम लेटेंसी: हाई-स्पीड और लो-डिले इंटरनेट मिलेगा, जो ऑनलाइन गेमिंग और वीडियो कॉलिंग के लिए बेहतर होगा।

  3. तेज़ इंटरनेट स्पीड: अन्य सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं की तुलना में यह बेहतर स्पीड प्रदान करता है।

  4. आपातकालीन संचार: प्राकृतिक आपदाओं या अन्य संकट की स्थिति में तेज़ और विश्वसनीय इंटरनेट सुविधा उपलब्ध होगी।

क्या भारत में Starlink को सफल होने में चुनौतियां होंगी?

  • उच्च लागत: भारतीय ग्राहकों के लिए इसकी मंथली कीमत बहुत अधिक हो सकती है।

  • अनुमोदन प्रक्रिया: भारत सरकार से जरूरी परमिशन मिलने में समय लग सकता है।

  • प्रतिस्पर्धा: जियो और एयरटेल पहले से ही किफायती हाई-स्पीड इंटरनेट सेवा दे रहे हैं।

निष्कर्ष

Starlink भारत में इंटरनेट क्षेत्र में क्रांति ला सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां पारंपरिक इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, इसकी उच्च लागत और सरकारी अनुमति प्रक्रियाएं इसकी त्वरित शुरुआत में रुकावट बन सकती हैं। अगर यह सेवा भारत में सफल होती है, तो यह डिजिटल इंडिया मिशन को और अधिक मजबूत कर सकती है।