Tamannaah Bhatia / उन लोगों से घिन आती... खूबसूरत दिखने के सवाल पर तमन्ना ये क्या बोल गईं

तमन्ना भाटिया फिल्म स्त्री 2 के गाने ‘आज की रात’ में डांस से छा गई हैं। हालिया इंटरव्यू में उन्होंने पैपराज़ी कल्चर, खूबसूरती और मीडिया से जुड़े अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा, सुंदरता कपड़ों से नहीं मापी जाती और हर किसी के साथ इंसानियत से पेश आना ज़रूरी है।

Tamannaah Bhatia: ‘स्त्री 2’ के गाने ‘आज की रात’ में अपने शानदार डांस परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीतने वाली तमन्ना भाटिया इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। हाल ही में उन्होंने द लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में पैपराजी कल्चर, ग्लैमर और अपनी खूबसूरती को लेकर खुलकर बात की। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ अपने विचारों को बेबाकी से रखा, बल्कि पैपराजी के प्रति अपनी संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण को भी सामने लाया।

पैपराजी के साथ इंसानियत भरा बर्ताव

तमन्ना ने पैपराजी और मीडिया के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा, “हर इंडस्ट्री का एक ईको सिस्टम होता है, जिसमें पैप्स और मीडिया भी शामिल हैं। हर कोई अपना काम कर रहा है। मुझे उन लोगों से बहुत नाराजगी होती है जो पैप्स या पत्रकारों को नीचा दिखाते हैं। उनका काम हमें शूट करना है, और वो बस वही कर रहे हैं। मेरे साथ उनका व्यवहार हमेशा अच्छा रहा है।”

उन्होंने एक दिलचस्प वाकया भी साझा किया, जो उनके पैपराजी के प्रति सम्मान और इंसानियत को दर्शाता है। तमन्ना ने बताया, “एक बार मैं एयरपोर्ट पर थी, और मेरी ब्लेजर की बाजू फट गई थी। मैंने वहां मौजूद एक पैपराजी को बुलाकर कहा कि मेरा जैकेट फट गया है, क्या आप आज मुझे शूट नहीं करेंगे? उन्होंने तुरंत मेरी बात मानी और कहा, ‘मैम, कोई बात नहीं, टेंशन मत लीजिए, आप जाइए।’ उस दिन उन्होंने मेरी तस्वीरें नहीं लीं।” तमन्ना का मानना है कि अगर आप किसी के साथ प्यार और इंसानियत से पेश आएंगे, तो सामने वाला भी आपके साथ वैसा ही व्यवहार करेगा।

खूबसूरती का दबाव और आत्मविश्वास

जब तमन्ना से पूछा गया कि क्या पैपराजी कल्चर के कारण हर वक्त खूबसूरत दिखने का दबाव रहता है, तो उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया, “15 साल की उम्र से मैं फिल्मों में काम कर रही हूं। मेरे लिए खूबसूरती का मतलब धीरे-धीरे विकसित होने वाला आत्मविश्वास है। लोग आपको बता सकते हैं कि आपको क्या पहनना चाहिए ताकि आप ग्लैमरस दिखें, लेकिन असल में खूबसूरती तब निखरती है जब आप खुद को किसी चीज में सुंदर महसूस करते हैं। ये एहसास अंदर से आना चाहिए।”

तमन्ना ने यह भी कहा कि वह खुद को सबसे सुंदर नहीं मानतीं। “मुझसे कहीं ज्यादा अट्रैक्टिव महिलाएं हैं। मेरी खूबसूरती को सिर्फ मेरे पहनावे से नहीं आंका जा सकता। मेरे लिए खूबसूरती का मतलब यह समझना है कि मैं किस तरह की सुंदरता को पसंद करती हूं और उसे आत्मविश्वास के साथ पेश करती हूं। ये मेरे लिए एक सफर की तरह रहा है।”

तमन्ना का नजरिया: ग्लैमर से ज्यादा आत्मविश्वास

तमन्ना भाटिया का यह इंटरव्यू न सिर्फ उनकी सादगी और स्पष्टवादिता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि वह अपनी शर्तों पर जिंदगी जीना पसंद करती हैं। पैपराजी के प्रति उनकी संवेदनशीलता और खूबसूरती को लेकर उनका आत्मविश्वास उन्हें न केवल एक बेहतरीन अभिनेत्री, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी बनाता है। ‘स्त्री 2’ में उनकी परफॉर्मेंस के साथ-साथ उनके ये विचार भी दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं।