देश / राम मंदिर और कश्मीर पर पाकिस्तान के एजेंडे का भारतीय हैकर्स ने दिया मुंहतोड़ जवाब

Zee News : Aug 18, 2020, 06:33 AM
नई दिल्ली: 15 अगस्त को जब देश स्वतंत्रता की 74वीं वर्षगांठ मना रहा था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से पाकिस्तान और पड़ोसी देशों को चेतावनी दे रहे थे, उसी समय भारत के हैकर्स का समूह पाकिस्तान की हवाइयां उड़ा रहा था। भारतीय हैकर्स ने राम मंदिर और कश्मीर पर पाकिस्तान के एजेंडे का मुंहतोड़ जवाब दिया है।

इस स्वतंत्रता दिवस पर भारत के हैकर्स के एक समूह ने पाकिस्तान की 80 से ज्यादा वेबसाइट को हैक कर  पाकिस्तान के  वेबसाइट पर भारतीय तिरंगा लहरा दिया।

भारत की आन-बान और शान, तिरंगा हमारी शान का संदेश देते हुए ये हैकर्स एक के बाद एक वेबसाइट को हैक करते गए।

यही नहीं खुद को 'इंडियन साइबर ट्रूप्स' बताने वाले इस समूह ने पाकिस्तानी वेबसाइट को हैक करके भगवान की तस्वीर लगा कर लिख दिया 'राम लला हम आएंगे, पाकिस्तान और कराची में भी मंदिर बनाएंगे।'

पाकिस्तानी वेबसाइट के इतनी ज्यादा संख्या में हैक होने से पाकिस्तान के लोग परेशान हो गए और सोशल मीडिया पर भी हाहाकार मच गया।

इन हैकर्स से जब ज़ी न्यूज़ ने खास बात की तो इनका कहना है कि यह सिर्फ देश की फौज को उनका ट्रिब्यूट है और देश को कोई भी आंख उठा कर देखे तो वो बर्दाश्त नही करेंगे।

वो किसी के लिए काम नहीं करते सिर्फ देश के भले के लिए और विरोधियों को सबक सिखाना चाहते हैं।

बता दें कि इससे पहले नेपाल की तरफ से आए बयानों के बाद भी इन हैकर्स ने नेपाल को मुंहतोड़ जवाब दिया था। उनकी वेबसाइट पर भी नेपाल को समझदारी से काम लेने को कहा गया था।

जब आजादी के दिन पाकिस्तान कश्मीर, कश्मीर का राग अलाप रहा था  इस दौरान हमारे देश के हैकर्स ने पाकिस्तान के सीने पर चढ़कर उनकी वेबसाइट को हैक कर लिया और उस पर भारत का तिरंगा लहरा दिया है।

जहां पूरे देश में भगवान राम के मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद उत्साह देखा जा रहा है। उसको देखते हुए पाकिस्तान वेबसाइट की इतनी बड़ी संख्या में हैक होने से जहां भारत के साइबर एक्सपर्ट्स खुश दिखाई दे रहे हैं। वहीं पाकिस्तान के माथे पर चिंता की लकीरें हैं। एक बार फिर हमारे साइबर एक्सपर्ट्स ने पाकिस्तान को पटखनी दी है।

आपको बता दें कि 2 दिन बीत जाने के बाद अभी भी पाकिस्तान की कई बड़ी वेबसाइट्स पर भारत का तिरंगा बड़े शान से लहरा रहा है और पाकिस्तान इसको समझने में असमर्थ है।

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