News18 : May 20, 2020, 12:05 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों (Migrant Laborers) को घर पहुंचाने को लेकर कांग्रेस पार्टी और यूपी सरकार के बीच पत्राचार का दौर जारी है। कई बार यूपी बॉर्डर पर कांग्रेसी नेताओं और पुलिस में झड़प भी हो चुकी है। आरोप-प्रत्यारोप भी खूब लग रहे हैं। इस बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने ट्वीट कर इस पूरी कवायद को बीजेपी और कांग्रेस की घिनौनी राजनीति करार दिया है। इसके साथ ही बसपा सुप्रीमो कांग्रेस पार्टी को सलाह भी दी है कि अगर वह श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही उनके घर वापसी में मदद करना चाहती है, ट्रेनों से नहीं करनी है तो फिर इनको अपनी ये सभी बसें कांग्रेस-शासित राज्यों में श्रमिकों की मदद में लगा देनी चाहिये तो यह बेहतर होगा।
मायावती ने बुधवार को एक के बाद एक कुल 4 ट्वीट में अपनी बात रखी है। उन्होंने लिखा है, “ 1। पिछले कई दिनों से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर बीजेपी व कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण। कहीं ऐसा तो नहीं ये पार्टियाँ आपसी मिलीभगत से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रास्दी पर से ध्यान बाँट रही हैं?”
1. पिछले कई दिनों से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर बीजेपी व कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण। कहीं ऐसा तो नहीं ये पार्टियाँ आपसी मिलीभगत से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रास्दी पर से ध्यान बाँट रही हैं? 1/4
कांग्रेस शासित राज्यों में श्रमिकों की मदद में लगाएं बसवहीं आखिरी ट्वीट में उन्होंने लिखा है, “4। साथ ही, बीएसपी की कांग्रेस पार्टी को यह भी सलाह है कि यदि कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही उनके घर वापसी में मदद करनी है अर्थात ट्रेनों से नहीं करनी है तो फिर इनको अपनी ये सभी बसें कांग्रेस-शासित राज्यों में श्रमिकों की मदद में लगा देनी चाहिये तो यह बेहतर होगा।”
मायावती ने बुधवार को एक के बाद एक कुल 4 ट्वीट में अपनी बात रखी है। उन्होंने लिखा है, “ 1। पिछले कई दिनों से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर बीजेपी व कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण। कहीं ऐसा तो नहीं ये पार्टियाँ आपसी मिलीभगत से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रास्दी पर से ध्यान बाँट रही हैं?”
उन्होने लिखा है, “2। यदि ऐसा नहीं है तो बी।एस।पी। का कहना है कि कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही घर भेजने में मदद करने पर अड़ने की बजाए, इनका टिकट लेकर ट्रेनों से ही इन्हें इनके घर भेजने में इनकी मदद करनी चाहिये तो यह ज्यादा उचित व सही होगा।”बीएसपी बिन प्रचार-प्रसार के कर रही मददअगले ट्वीट में मायावती ने लिखा है, ”3। जबकि इन्हीं सब बातों को खास ध्यान में रखकर ही बीएसपी के लोगों ने अपने सामर्थ्य के हिसाब से प्रचार व प्रसार के चक्कर में न पड़कर बल्कि पूरे देश में इनकी हर स्तर पर काफी मदद की है अर्थात् बीजेपी व कांग्रेस पार्टी की तरह इनकी मदद की आड़ में कोई घिनौनी राजनीति नहीं की है।”1. पिछले कई दिनों से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर बीजेपी व कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण। कहीं ऐसा तो नहीं ये पार्टियाँ आपसी मिलीभगत से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रास्दी पर से ध्यान बाँट रही हैं? 1/4
— Mayawati (@Mayawati) May 20, 2020
1. पिछले कई दिनों से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर बीजेपी व कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण। कहीं ऐसा तो नहीं ये पार्टियाँ आपसी मिलीभगत से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रास्दी पर से ध्यान बाँट रही हैं? 1/4
कांग्रेस शासित राज्यों में श्रमिकों की मदद में लगाएं बसवहीं आखिरी ट्वीट में उन्होंने लिखा है, “4। साथ ही, बीएसपी की कांग्रेस पार्टी को यह भी सलाह है कि यदि कांग्रेस को श्रमिक प्रवासियों को बसों से ही उनके घर वापसी में मदद करनी है अर्थात ट्रेनों से नहीं करनी है तो फिर इनको अपनी ये सभी बसें कांग्रेस-शासित राज्यों में श्रमिकों की मदद में लगा देनी चाहिये तो यह बेहतर होगा।”