- भारत,
- 30-Apr-2025 10:20 AM IST
- (, अपडेटेड 30-Apr-2025 08:50 AM IST)
Pahalgam Terror Attack: दक्षिण कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। निर्दोष पर्यटकों पर हुए इस कायराना हमले के बाद पूरे भारत में आक्रोश की लहर है। जनता से लेकर सरकार तक, हर कोई इस हमले का बदला लेने और आतंक के आकाओं को सख्त सबक सिखाने की मांग कर रहा है। हमले के बाद से दिल्ली में रणनीतिक बैठकों का दौर जारी है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं।
जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी छूट
मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों सेना प्रमुखों, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ समझौता नहीं करेगा और सेनाओं को जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी छूट दे दी गई है। इस बैठक की गंभीरता को देखते हुए पाकिस्तान में सामूहिक बेचैनी और आशंका का माहौल बन गया है।
पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद एक बड़ी बैठकें
आज यानी बुधवार को पीएम मोदी कैबिनेट की पूर्ण बैठक करेंगे, लेकिन उससे पहले वे तीन अहम कैबिनेट समितियों की अध्यक्षता करेंगे—कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS), कैबिनेट कमेटी ऑन पोलिटिकल अफेयर्स (CCPA) और कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA)। इन बैठकों के माध्यम से न केवल सैन्य बल्कि राजनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान पर दबाव बनाया जाएगा।
पहले भी CCS की बैठक में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई ठोस निर्णय लिए थे—सिंधु जल संधि की समीक्षा, अटारी बॉर्डर पर सख्ती, और भारतीय वीजा पर रोक जैसे फैसले पाकिस्तान के लिए झटके साबित हुए थे।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की आवाज़
भारत इस आतंकी हमले को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी उठा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य देशों से बात की और भारत के रुख को स्पष्ट किया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी हमले की निंदा की और दोनों देशों के नेताओं से बात की। भारत ने साफ कर दिया है कि वह आतंकियों और उनके संरक्षकों को न्याय के कठघरे में खड़ा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पाकिस्तान में बढ़ता डर
भारत के आक्रामक रुख से पाकिस्तान में घबराहट का माहौल है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि भारत अगले 24 से 36 घंटे में सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इस आशंका के चलते पाकिस्तान ने एक बार फिर से न्यूक्लियर देश होने की गीदड़भभकी देना शुरू कर दी है, लेकिन भारत इस बार अपने इरादों में पूरी तरह अडिग दिखाई दे रहा है।
अब आर-पार की तैयारी
पहलगाम हमले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ आधी-अधूरी प्रतिक्रिया अब काफी नहीं है। भारत अब कूटनीतिक, आर्थिक और सैन्य तीनों मोर्चों पर एक सुनियोजित और निर्णायक जवाब देने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी की एक के बाद एक बैठकें इस बात का संकेत हैं कि अब केवल कड़ी निंदा नहीं, ठोस कार्रवाई का वक्त आ गया है। देशवासियों को उम्मीद है कि इस बार आतंकी हमले का बदला ऐसा होगा, जो पाकिस्तान को लंबे समय तक याद रहेगा।
