- भारत,
- 28-May-2025 05:43 PM IST
Pahalgam Terror Attack: पाकिस्तान की सत्ता और सेना के गलियारों में खलबली मचाने वाली एक सनसनीखेज़ जानकारी सामने आई है। पाकिस्तान आर्मी के पूर्व मेजर आदिल राजा ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा है कि पहलगाम में हुआ आतंकी हमला किसी बाहरी आतंकी संगठन का मनमाना हमला नहीं था, बल्कि ये पाकिस्तान की फौज के भीतर से रचा गया एक गहरा षड्यंत्र था — जिसका मास्टरमाइंड था पाकिस्तान के मौजूदा आर्मी चीफ, जनरल आसिम मुनीर।
आदिल राजा का खुलासा: सत्ता की हवस में इंसानियत की हत्या
पूर्व मेजर आदिल राजा के अनुसार, इस हमले का उद्देश्य भारत में दहशत फैलाना नहीं था, बल्कि पाकिस्तान के भीतर आसिम मुनीर की कुर्सी को मजबूत करना था। उन्होंने आरोप लगाया कि आसिम मुनीर ने यह हमला जानबूझकर करवाया ताकि एक "राष्ट्रीय सुरक्षा संकट" का माहौल बना सके और खुद को ज़रूरी, अपरिहार्य और शक्तिशाली साबित कर सके।
राजा का दावा है कि पहलगाम हमला एक सोची-समझी स्क्रिप्ट का हिस्सा था — जिसके पीछे मुख्य उद्देश्य था "फील्ड मार्शल" जैसे सर्वोच्च सैन्य रैंक तक पहुंचना। हमले के तुरंत बाद आसिम मुनीर को प्रमोशन मिल गया, जिससे आदिल राजा की बातों को और बल मिलता है।
साज़िश में शामिल थे दो और ताकतवर नाम
राजा के दावों में सिर्फ आसिम मुनीर का नाम ही नहीं, बल्कि दो और बड़े पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों का भी ज़िक्र किया गया है:
1. जनरल आसिम मलिक — ISI चीफ और NSA
आसिम मलिक, जो वर्तमान में इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के डायरेक्टर जनरल हैं, को इस हमले की योजना में एक मुख्य किरदार बताया गया है। उन्हें 30 सितंबर 2024 को ISI प्रमुख बनाया गया था और इसके तुरंत बाद 29 अप्रैल को पाकिस्तान का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) भी बना दिया गया — ऐसा पहली बार हुआ जब एक ISI प्रमुख को साथ ही NSA की जिम्मेदारी भी दी गई।
ये घटनाएं सिर्फ संयोग नहीं बल्कि सोची-समझी राजनीतिक चाल का हिस्सा लगती हैं — जैसा कि आदिल राजा का इशारा है। उन्होंने यह भी बताया कि मलिक, आसिम मुनीर का करीबी और वफादार है, और दोनों ने मिलकर इस हमले की योजना बनाई।
2. लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद शहाब असलम — डायरेक्टर जनरल, स्पेशल ऑपरेशन डिवीजन
इस हमले की ज़मीन पर जिम्मेदारी निभाने वाला नाम था मोहम्मद शहाब असलम। राजा के अनुसार, शहाब असलम आतंकियों से सीधे संपर्क में था, उन्हें व्हाट्सऐप चैट के ज़रिए निर्देश दे रहा था और हमले की पल-पल की निगरानी कर रहा था। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि उसने इस पूरे ऑपरेशन को पाकिस्तान से जोड़ने से बचने के लिए अफगानिस्तान और मलेशिया के सिम कार्ड का इस्तेमाल किया।
भारत के पास मौजूद हैं डिजिटल सबूत
भारत की सुरक्षा एजेंसियों के पास उन मोबाइल नंबरों और चैट लॉग्स की डिटेल मौजूद है, जिनके ज़रिए मोहम्मद शहाब असलम ने आतंकियों से संपर्क किया था। इन डेटा के ज़रिए भारत अब पाकिस्तान के इन नापाक मंसूबों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर करने की तैयारी में है।
आतंकवाद को सत्ता का सीढ़ी बनाना
आसिम मुनीर और उनके करीबी अधिकारियों द्वारा सत्ता और प्रमोशन के लिए मानव जीवन से खेलने का यह मामला पाकिस्तान के आंतरिक तंत्र की भयावहता को उजागर करता है। अगर आदिल राजा के ये आरोप सत्य सिद्ध होते हैं, तो यह न केवल भारत के लिए चेतावनी है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर संदेश है — कि आतंकवाद अब सिर्फ एक धार्मिक उन्माद नहीं, बल्कि सैन्य सत्ता का एक साधन बन चुका है।