बॉलीवुड / कंगना रनौत ने किया भारत बंद का विरोध, लिखा- चलो नाव में छेद करते हैं

Vikrant Shekhawat : Dec 08, 2020, 10:11 AM
बॉलीवुड डेस्क | किसान आंदोलन को लेकर अपनी टिप्पणियों के चलते विवादों में रहीं कंगना रनौत ने भारत बंद का विरोध किया है। मणिकर्णिका फेम ऐक्ट्रेस ने ट्वीट कर भारत बंद की तुलना चलती नाव में कुल्हाड़ी से छेद किए जाने से की है। अभिनेत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'आओ भारत को बंद कर देते हैं, यूं तो तूफ़ानों कि कमी नहीं इस नाव को, मगर लाओ कुल्हाड़ी कुछ छेद भी कर देते हैं। रह रह के रोज़ मरती है हर उम्मीद यहां, देशभक्तों से कहो अपने लिए देश का एक टुकड़ा अब तुम भी मांग लो, आ जाओ सड़क पे और तुम भी धरना दो, चलो आज यह क़िस्सा ही ख़त्म करते हैं।'

कंगना रनौत ने इस ट्वीट में आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु के एक वीडियो को भी शेयर किया है। इस वीडियो में सद्गुरु प्रदर्शनों को लेकर कहते हैं कि इस तरह से हम आजादी से पहले की मानसिकता दिखाते हैं। उस दौर में महात्मा गांधी ने अंग्रेजों का विरोध करने के लिए हिंसा की बजाय बंद करने की शुरुआत की थी। उस दौर में यह बहुत अच्छा उपाय था, लेकिन आज के लिए सही नहीं है। आजाद भारत में हम इसे सही नहीं कह सकते। 

सद्गुरु ने कहा कि राजनीति में आज लोग किसी समस्य के समाधान पर बात नहीं करते हैं बल्कि यह कोशिश करते हैं कि कैसे अपने कुछ समर्थकों को लेकर हाईवे रोक दिया जाए। पानी और बिजली को रोक दिया जाए। लोग इस तरह के कामों से नेता बनना चाहते हैं। देश के नागरिकों को सोचना चाहिए कि कुछ भी बंद करने वाला नेता नहीं होना चाहिए बल्कि चीजों को बेहतर ढंग से चलाने वाला व्यक्ति लीडर होना चाहिए। हालांकि सद्गुरु का यह वीडियो किसान आंदोलन के दौरान का नहीं है बल्कि काफी पुराना है। 

आओ भारत को बंद कर देते हैं, यूँ तो तूफ़ानों कि कमी नहीं इस नाव को, मगर लाओ कुल्हाड़ी कुछ छेद भी कर देते हैं, रह रह के रोज़ मरती है हर उम्मीद यहाँ, देशभक्तों से कहो अपने लिए देश का एक टुकड़ा अब तुम भी माँग लो, आजाओ सड़क पे और तुम भी धरना दो, चलो आज यह क़िस्सा ही ख़त्म करते हैं। 

गौरतलब है कि कंगना रनौत ने किसान आंदोलन में शामिल एक बुजुर्ग महिला को शाहीन बाग वाली दादी बताते हुए ट्वीट किया था। इसके बाद से ही वह पंजाबी स्टार्स समेत सोशल मीडिया पर एक बड़े वर्ग के निशाने पर आ गई थीं। यही नहीं दिलजीत दोसांझ से उनकी ट्विटर पर तीखी बहस भी हुई थी।

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