Zoom News : Oct 11, 2021, 09:28 PM
तिरुवनंतपुरम: कोल्लम जिले की एक लोअर कोर्ट ने सोमवार को एक व्यक्ति को अपनी पत्नी को कोबरा से कटवाकर हत्या करने का दोषी ठहराया। कोल्लम के एडिशनल सेशन कोर्ट के जस्टिस एम। मनोज ने सूरज को अपराध का दोषी करार दिया, इस मामले में अब बुधवार को सजा सुनाई जाएगी। मामला बेहद हैरान करने वााला है।बेहद पेचीदा था केससूरज को दोषी ठहराने के बाद जब जज ने पूछा कि क्या उसे कुछ कहना है तो उसने कहा, 'कुछ नहीं।' प्रोसिक्यूटर के वकील ने उम्मीद जताई कि अदालत इसे 'रेयरेस्ट' मामला मानेगी और दोषी को ज्यादा से ज्यादा सजा देगी। पुलिस प्रमुख अनिल कांत ने कहा कि मामला बहुत पेचीदा है और इसका पूरा श्रेय पुलिस जांच दल को दिया जाना चाहिए, जिसने जांच के सभी वैज्ञानिक और साइबर तरीकों का इस्तेमाल करते हुए क्राइम की जांच की। उत्तरा के भाई ने कहा कि जिस तरह से चीजें आगे बढ़ी हैं, उससे वह खुश हैं और अब वे लोग यह सुनने का इंतजार कर रहे हैं कि हत्यारे को सजा कितनी होगी।क्या है मामला?यह घटना 6 मई, 2020 की है। 7 मई को उत्तरा की मां को यहां से करीब 70 किलोमीटर दूर उनके घर में बेटी का शव मिला। पीड़िता की मां ने कहा कि उत्तरा और सूरज खाना खाकर अपने कमरे में गए थे। देर से उठने वाला सूरज 7 मई को जल्दी उठा और बाहर चला गया। जब उत्तरा नहीं जागी तो उसकी मां अपने कमरे में गई और उत्तरा को बेहोश पड़ा पाया। जब वे अपनी बेटी को मृत घोषित किए जाने के बाद अस्पताल से घर लौटे, तो सांप कमरे में ही था, उसे उत्तरा के माता-पिता ने मार डाला।पहले भी किए थे कई प्रयास24 मई को पुलिस ने सूरज और उसके सहयोगी सुरेश को उत्तरा को जान से मारने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया। सुरेश का पेशा सांप पकड़ना है। पुलिस ने जांच शुरू करने के बाद कोबरा के शव को एक गड्ढे में दबा दिया और शव को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया। जांच में यह भी पता चला कि सूरज ने उत्तरा को मारने के लिए सांप का इस्तेमाल करने के कई प्रयास किए थे। उत्तरा के माता-पिता ने कहा कि इससे पहले, 2 मार्च को सांप के काटने की पहली घटना के समय उत्तरा अपने पति के घर अदूर में थी। सर्पदंश से उबरने के बाद वह आंचल स्थित अपने पैतृक घर चली गई थी।इतने रुपये में खरीदा सांपपुलिस के मुताबिक, सुरेश ने सूरज को सांप दिए थे। उसने सबसे पहले एक जहरीला सांप 10,000 रुपये में मुहैया कराया। पहला प्रयास फेल होने के बाद सुरेश ने उसे 10,000 रुपये में एक कोबरा दिया। उत्तरा का एक साल का बेटा है, जिसे नाना-नानी को सौंप दिया गया है।