लखनऊ / चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली लॉ छात्रा को 14 दिन की जेल, पांच करोड़ की ब्लैकमेलिंग का आरोप

News18 : Sep 25, 2019, 01:58 PM
लखनऊ. पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद (Chinmaynand) पर रेप (Rape) और यौन शोषण (Sexual Harassment) का आरोप लगाने वाली लॉ छात्रा को (Law Student) को 7 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (Special Investigation Team) ने बुधवार सुबह उसे गिरफ्तार (Arrest) कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. बता दें पीड़िता पर अपने दोस्तों के साथ मिलकर चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप है. एसआईटी ने पिछले हफ्ते इस मामले में पीड़िता के तीन दोस्तों संजय, विक्रम और सचिन को गिरफ्तार किया था. इससे पहले मंगलवार को एसआईटी ने पीड़िता को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. बुधवार सुबह पुलिस पीड़ित छात्रा को चौक कोतवाली लेकर पहुंची. जहां से गिरफ्तारी के बाद उसे मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लेकर गई.

बता दें कि मंगलवार को ही पीड़ित छात्रा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए एडीजे प्रथम कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की थी. कोर्ट इस याचिका पर 26 सितंबर को सुनवाई करेगी.

यौन शोषण और ब्‍लैकमेलिंग मामले की जांच कर रहे एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा ने पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने के मामले में पीड़ित छात्रा की भी संलिप्तता (शामिल) मिली है. साक्ष्य (सबूत) मिलने पर उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले पीड़ित छात्रा ने सोमवार को अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दी थी. कोर्ट ने पीड़ि‍ता की याचिका को खारिज करते हुए निचली अदालत में अर्जी देने को कहा था.

रंगदारी का वीडियो हुआ था वायरल

बता दें कि बीते बीते 10 सितंबर को चिन्मयानंद के मालिश कराते हुए 16 वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए थे. उसके तुरंत बाद एक और वीडियो जारी हुआ था, जिसमें लॉ छात्रा, उसका दोस्त संजय सिंह के साथ कुछ और लोग दिखे थे. ये सभी लोग कहीं जा रहे थे और कार में आगे बैठा शख्स छात्रा और संजय सिंह को रुपए मांगने को लेकर फटकार लगा रहा था. इस वीडियो में बहुत कुछ ऐसा था, जिससे लग रहा था कि चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने में इन्हीं लोगों का हाथ है. जांच के तहत एसआईटी को यह वीडियो भी सौंपा गया था.

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