Khalistan Dispute / NIA का खालिस्तानियों को लेकर बड़ा खुलासा- ISI नेक्सस की तरह करता है काम

Zoom News : Sep 27, 2023, 08:11 AM
Khalistan Dispute: भारत में गैंगस्टर-आतंकी सिंडिकेट पर नकेल कस रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. एजेंसी ने अपनी जांच में पाया है कि खालिस्तान-गैंगस्टर्स का नेटवर्क 90 के दशक में मुंबई में तैयार हुए ISI-गैंगस्टर नेक्सस की तरह काम कर रहा है. एजेंसी ने अपनी जांच में और भी कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं. एनआईए ने अपनी चार्जशीट में लिखा है कि जिस तरह वोहरा कमेटी की जांच में बॉलीवुड-अंडरवर्ल्ड के बीच संबंधों का खुलासा हुआ था ठीक उसी तरह कनाडा, पाकिस्तान व अन्य देशों में मौजूद गैंगस्टर्स से खालिस्तानी आतंकी बने इन फरार अपराधियो और पंजाब के कई सिंगर्स, कारोबारियों, कब्बडी खिलाड़ियों और वकीलों के बीच संबंधों का भी जांच के दौरान खुलासा हुआ है. उस वक्त भी ठीक इसी तरह से अंडरवर्ल्ड के साथ संबंधों का खुलासा हुआ था.

दरअसल, 1993 के मुंबई ब्लास्ट के बाद बनी एनएन वोहरा कमेटी ने अपनी जांच में पाया था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने मुंबई के गैंगस्टर नेटवर्क का इस्तेमाल किया था ठीक उसी तरह कनाडा और पाकिस्तान में मौजूद खालिस्तानी आतंकी पंजाब से विदेशों में फरार हुए इन गैंगस्टर का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों के लिए कर रहे हैं.

सिंडिकेट के थे अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन

कमेटी ने अपनी जांच में ये भी पाया था कि उस दौर में कई क्रिमनल गैंग बन गए थे, हथियारों की तस्करी, ड्रग पैडलिंग के जरिए एक मजबूत लॉबी बन गई थी, कुछ सालों बाद उस लॉबी का जुड़ाव ना सिर्फ पत्रकारों से हुआ बल्कि इस सिंडिकेट से ऐसे लोग भी जुड़ गए जिनके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन थे. टेलिजेंस एजेंसी, एनआईए ने चार्जशीट में बताया है कि हमारे केस में भी ऐसा ही सिंडिकेट बन गया है जिनके कनेक्शन पाकिस्तान और दूसरे देशों से है.

अर्शदीप डल्ला सिंडिकेट के विदेशी खुफिया एजेंसियों से संपर्क

एनआईए ने अपनी चार्जशीट में ये भी लिखा है कि अर्शदीप डल्ला और कई अन्य सिंडिकेट के संपर्क कई विदेशी खुफिया एजेंसियों से है, खास तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से हैं जो इसका इस्तेमाल भारत की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ कर रही है.

एनआईए की जांच में सामने आया कि अर्शदीप डल्ला और उसके सिंडिकेट की फंडिंग का मुख्य स्रोत जमीनों-इमारतों पर कब्जा करना, जबरन महंगी जमीनों को कौड़ियों के दाम पर खरीदना. साथ ही, इस सिंडिकेट ने पॉवर और डर के दम पर राजनेताओं और ब्यूरोक्रेट्स से संबंधों को मजबूत कर सिंडिकेट को बड़ा किया.

रियल एस्टेट में दखल के बाद बनाया सिंडिकेट

अर्शदीप डल्ला के करीबी या फिर कहें उसके सिंडिकेट का हिस्सा रहे सुनील बालियान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया, नवीन बाली और नीरज बवाना और कौशल चौधरी, अमित डागर सभी ने पहले गुरुग्राम में रियल एस्टेट के शुरुआती चरण में दखल दिया और बाद में खुद को गैंगस्टर-आतंकवादी सिंडिकेट में तब्दील कर लिया.

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