- भारत,
- 17-Aug-2025 03:20 PM IST
Dwarka Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 अगस्त 2025 को हरियाणा में दो महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं के शुरू होने से दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के निवासियों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। इन परियोजनाओं में देश का पहला 8 लेन अर्बन एलिवेटेड द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER-2) शामिल हैं। इन सड़कों के शुरू होने से न केवल यात्रा समय में कमी आएगी, बल्कि माल ढुलाई भी आसान होगी।
द्वारका एक्सप्रेसवे: दिल्ली से गुरुग्राम 20 मिनट में
अर्बन एलिवेटेड द्वारका एक्सप्रेसवे देश का पहला 8 लेन का एक्सप्रेसवे है, जो गुरुग्राम से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक बनाया गया है। इसकी कुल लंबाई 29 किलोमीटर है, जिसमें 18.9 किमी हरियाणा में और 10.1 किमी दिल्ली में आता है। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के महिपालपुर में शिव मूर्ति से शुरू होकर गुरुग्राम के खेड़की दौला टोल प्लाजा पर समाप्त होता है।
इस परियोजना में 3.6 किमी लंबी देश की सबसे चौड़ी सुरंग भी शामिल है। पहले दिल्ली से गुरुग्राम का सफर एक घंटे से अधिक समय लेता था, जिसमें अक्सर लंबा जाम लगता था। अब इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से यह दूरी मात्र 20 मिनट में पूरी हो सकेगी। यह खासतौर पर गुरुग्राम, द्वारका, वसंत कुंज, और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों के लिए लाभकारी होगा। इसके अलावा, फरीदाबाद, मानेसर, सोनीपत, पानीपत, और चंडीगढ़ जैसे शहरों से आने-जाने वाले यात्रियों को भी सुविधा होगी।
इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
द्वारका एक्सप्रेसवे से बवाना, नरेला, मुंडका, रोहिणी, समयपुर बादली, कंझावला, और किराड़ी जैसे बाहरी और ग्रामीण इलाकों के लाखों लोगों को फायदा होगा। यह परियोजना धौला कुआं से गुरुग्राम जाने वाली सड़क के 50% ट्रैफिक को कम करेगी। साथ ही, नरेला और बवाना में डीडीए फ्लैट्स तक पहुंचना भी आसान होगा।
अर्बन एक्सटेंशन रोड-2: दिल्ली का तीसरा रिंग रोड
प्रधानमंत्री ने द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ-साथ 75.81 किमी लंबे अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER-2) का भी उद्घाटन किया। इस 6 लेन सड़क में कई एलिवेटेड सेक्शन हैं, जो दिल्ली, गुरुग्राम, सोनीपत, और आसपास के क्षेत्रों में ट्रैफिक को कम करने में मदद करेंगे। इसकी शुरुआत दिल्ली के अलीपुर में दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग से होती है और यह मुंडका, बक्करवाला, नजफगढ़, द्वारका से गुजरते हुए महिपालपुर के पास दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर समाप्त होती है।
UER-2 को दिल्ली के तीसरे रिंग रोड के रूप में डिजाइन किया गया है, जिसकी अनुमानित लागत ₹6,445 करोड़ है। यह सड़क अक्षरधाम मंदिर के पास से शुरू होकर दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जुड़ेगी, जिससे हरियाणा और राजस्थान से देहरादून जाने वाले यात्रियों को सुविधा होगी। इसके शुरू होने से नोएडा से आईजीआई हवाई अड्डे तक का सफर भी कम समय में पूरा होगा। साथ ही, दिल्ली के रिंग रोड, NH-48, NH-44, और बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर पर भीड़भाड़ कम होगी।
ट्रैफिक जाम से मुक्ति
इन दोनों परियोजनाओं की कुल लागत लगभग ₹11,000 करोड़ है। द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली सेक्शन मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगा, जिसमें रेल, मेट्रो, और बस सेवाओं का एकीकरण होगा। वहीं, UER-2 दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इन सड़कों के शुरू होने से लोग न केवल समय पर फ्लाइट और ट्रेन पकड़ सकेंगे, बल्कि जाम में फंसने का डर भी खत्म होगा।
