Sachin Pilot Protest / अपनी सरकार के खिलाफ पायलट का अनशन, कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं

Zoom News : Apr 11, 2023, 02:14 PM
Sachin Pilot Protest: राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ एक दिन का अनशन शुरू कर दिया। उनका अनशन जयपुर के शहीद स्मारक में सुबह 11 बजे शुरू हुआ। यह शाम चार बजे तक चलेगा। पायलट भाजपा की सीएम वसुंधरा राजे के शासन में हुए घोटालों की जांच की मांग को लेकर सीएम गहलोत सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे हैं। वे सुबह अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंचे। ऐसा कहा जा रहा है कि वे शाम तक कोई अलग पॉलिटिकल लाइन ले सकते हैं।

इधर, पायलट के अनशन शुरू होने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वीडियो मैसेज जारी कर एक बार फिर मिशन 2030 की बात दोहराई। उन्होंने कहा- मैंने तय किया है कि 2030 तक राजस्थान को देश का नंबर वन राज्य बनाना है। पायलट के अनशन के बीच मिशन 2030 की बात दोहराने के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।

कांग्रेस, राहुल-सोनिया पोस्टर से गायब

धरनास्थल पर लगे पोस्टर से राहुल-सोनिया का फोटो नहीं है। ना ही कांग्रेस का सिंबल है। केवल महात्मा गांधी की फोटो लगाई गई है। उधर, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जयपुर दौरा रद्द कर दिया है। वे पायलट से बातचीत करने के लिए आज दोपहर बाद जयपुर पहुंचने वाले थे। अब वह बुधवार को जयपुर आ सकते हैं। उन्होंने कल पायलट की कार्रवाई को पार्टी विरोधी बताया था।

पायलट ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनशन की घोषणा की थी। आज के धरना में प्रदेश भर से उनके समर्थक जयपुर पहुंचे। इससे पहले पायलट समर्थक नेताओं और विधायकों ने चुनिंदा समर्थकों को जयपुर पहुंचने का मैसेज भेजा था। कांग्रेस राज में अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन का हाल के दो दशक में यह पहला मौका है।

गाैरतलब है कि 9 अप्रैल को पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि हमने वसुंधरा सरकार पर करीब 45 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और वादा किया था कि सरकार में आने पर इनकी जांच कर कार्रवाई करेंगे, लेकिन सवा चार साल बीतने के बाद भी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। मैंने दो बार मुख्यमंत्री गहलोत को इस संबंध में चिट्‌ठी लिखी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला, इसलिए कार्रवाई की मांग को लेकर मैं अनशन पर बैठ रहा हूं।

अनशन से जुड़े अपडेट्स

पायलट जब अनशन स्थल पर पहुंचे तब हम जिएंगे और मरेंगे ऐ वतन तेरे लिए.... गीत बज रहा था। पूरा पंडाल भीड़ से भरा था। उन्होंने ज्योतिबा फुले को श्रद्धांजलि देने के बाद में शहीद स्मारक पर अपना अनशन शुरू किया। उन्होंने मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।

कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा कि पार्टी नेतृत्व ने पायलट को राजस्थान के हित में क्या है और आगे का सही रास्ता क्या है, लिखित में बता दिया है। अब जरूरी हो जाता है कि एक अनुशासित सिपाही की तरह पार्टी की बातों का सम्मान करें और पार्टी के भीतर रखें।

आम आदमी पार्टी का पायलट को समर्थन

आम आदमी पार्टी ने पायलट के अनशन का समर्थन करते हुए जनता से साथ देने की अपील की है। आप प्रभारी विनय मिश्रा ने ट्वीट कि आज अगर राजस्थान को किसी ने लूटा है तो वो वसुंधरा जी और अशोक गहलोत जी का अटूट गठबंधन है।

जिसके कारण राजस्थान पर देश में सबसे ज्यादा 5 लाख करोड़ का कर्ज है। मैं इस बात को हमेशा से कहता आ रहा हूं की कांग्रेस और भाजपा का अटूट गठबंधन है। अब तो खुद इनके नेता कह रहे हैं की गहलोत जी,और वसुंधरा जी मिलकर सरकार बना रहे हैं। ये बेहद गंभीर मामला है।

सचिन पायलट ने मंगलवार को जयपुर में शहीद स्मारक पर अनशन करने की घोषणा कर कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति को फिर सतह पर ला दिया है। सचिन पायलट की घोषणा के बाद राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा डैमेज कंट्रोल में लगे हैं, लेकिन पायलट अनशन पर अड़े हैं। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भास्कर को दिए इंटरव्यू में कहा- मुख्यमंत्री तो मैं भी नहीं बन पाया, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि पार्टी छोड़कर चले जाएं।

राहुल गांधी की भारत जोड़ाे यात्रा राजस्थान आने से पहले ही गहलोत ने एक टीवी इंटरव्यू में पायलट को गद्दार बताते हुए यहां तक कह दिया था कि जिसके पास दस विधायक नहीं, उसे कैसे सीएम बनाया जा सकता है? गहलोत के सख्त स्टैंड के कारण हाईकमान भी पीछे हटता चला गया और पायलट को सीएम बनाने का मामला धीरे-धीरे खत्म हो गया।

इससे पायलट हताश हो गए और वे सरकार के खिलाफ हमलावर होते चले गए। सरकार को पेपर लीक मामले में मास्टर माइंड को नहीं पकड़ने के मुद्दे पर घेरना और इसके बाद वीरांगनाओं के मुद्दे पर सरकार को चिट्‌ठी लिखना इसी रणनीति का हिस्सा था।

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