P20 Summit / P20 के संबोधन में बोले PM मोदी- आतंकवाद के खिलाफ होना ही होगा सख्त

Zoom News : Oct 13, 2023, 04:00 PM
P20 Summit: दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में पी20 सम्मेलन का आगाज हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां अपना संबोधन दिया. पीएम ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है. समय के साथ भारत की संसदीय प्रक्रिया में सुधार हुआ है. भारत ने जी20 सम्मेलन का सफल आयोजन किया. पीएम मोदी ने कहा कि चुनावों में लोगों की भागीदारी बढ़ी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सख्ती बरतनी ही होगी.

पी-20 या पार्लियामेंट-20 के संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की और अब पी20 की मेजबानी कर रहा है. पी20 शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित किया जा रहा है, जो है लोकतंत्र की जननी और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भी. यह विचार-विमर्श के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान हैं”

2014 का चुनाव मानव इतिहास में सबसे बड़ा चुनाव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में आम चुनाव एक त्यौहार की तरह है. स्वतंत्रता के बाद से भारत में 17 आम चुनाव हो चुके हैं और 300 से ज्यादा विधानसभा चुनाव हुए हैं. भारत ना सिर्फ दुनिया का सबसे चुनाव कराता है बल्कि बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी भी देखी जाती है. 2014 का चुनाव मानव इतिहास में सबसे बड़ा चुनाव था और इस चुनाव में 60 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया. 2019 में वोटर टर्नआउट 70 फीसदी रहा और 600 से ज्याजा पार्टियों ने हिस्सा लिया.

भारत ने की थी जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता

शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत की संसद द्वारा भारत की जी20 अध्यक्षता के ढांचे के तहत की जा रही है. शिखर सम्मेलन का उद्देश्य जी20 देशों के वक्ताओं को एक साथ लाना है और सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से लोगों के जीवन में परिवर्तन, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास, एसडीजी में तेजी लाने जैसे अलग-अलग विषयों पर ध्यान केंद्रित करना है.

कनाडा सीनेट के अध्यक्ष नहीं हुए शामिल

विशेष रूप से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया. पीएमओ ने बताया कि G20 सदस्य देशों के संसदीय वक्ताओं के साथ, पैन-अफ्रीकी संसद जैसे आमंत्रित देश अफ्रीकी संघ के G20 में शामिल होने के बाद पहली बार हिस्सा ले रहे हैं. गौरतलब है कि पी20 शिखर सम्मेलन में कनाडाई सीनेट के अध्यक्ष रेमोंडे गैग्ने नहीं आए हैं. माना जा रहा है कि भारत-कनाडा के बीच जारी विवाद की वजह से वह नहीं आए हैं.

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