बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक युवती के चेहरे से हिजाब हटाने के मामले को लेकर लगातार आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, और राजनीतिक गलियारों में इस पर तीखी बहस छिड़ी हुई है। जहाँ एक ओर भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने इस मुद्दे पर नीतीश कुमार का समर्थन किया है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल लगातार मुख्यमंत्री नीतीश से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं। इस घटना ने देश भर में धार्मिक स्वतंत्रता और व्यक्तिगत अधिकारों को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है, जिसमें कई संगठन और नेता अपनी-अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।
अखिलेश यादव का तीखा बयान
इस बढ़ते विवाद के बीच, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से जुड़े हिजाब विवाद के मुद्दे पर एक कड़ा बयान जारी किया है। अखिलेश यादव ने कहा, "नीतीश कुमार के साथ एक हेल्पर चलना चाहिए तब इस तरह की घटना नहीं होगी। दुनिया में निंदा हो रही है। आप किसी का इमोशन हर्ट नहीं कर सकते। " अखिलेश यादव का यह बयान नीतीश कुमार पर सीधा हमला है, जो इस बात पर जोर। देता है कि ऐसी घटनाओं से बचना चाहिए और किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुँचानी चाहिए।
अखिलेश यादव ने ये बयान उत्तर प्रदेश विधानसभा के सत्र से पहले विधायकों की एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान दिए। इस बैठक में उन्होंने कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए विभिन्न घोटालों और प्रशासनिक विफलताओं का जिक्र किया। यह बैठक समाजवादी पार्टी की आगामी विधानसभा रणनीति का हिस्सा थी, जहाँ। विपक्ष सरकार को घेरने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रहा था।
भ्रष्टाचार और प्रशासनिक विफलता के आरोप
अखिलेश यादव ने सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए और उन्होंने कहा कि "कोडिन सिरप का करोड़ों रुपये का घोटाला है। " यह आरोप सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही पर सवाल खड़े करता है। इसके अलावा, उन्होंने मुख्यमंत्री के 'बुलडोजर' मॉडल पर भी तंज कसा। अखिलेश ने कहा कि "मुख्यमंत्री के खिलौने बुलडोजर की चाभी खो गई है, ड्राइवर भाग गया है, बुलडोजर में डीजल नहीं है। " उन्होंने आगे आरोप लगाया कि यह बुलडोजर "पीडीए के लोगों पर चल। रहा है," जो सरकार पर एक विशेष वर्ग को निशाना बनाने का आरोप है।
चुनावी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने चुनावी प्रक्रिया पर भी गंभीर चिंताएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि "SIR प्रक्रिया में दबाव बनाया जा रहा है। " अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने "कान में कह कर आए हैं कि सपा का वोट काट दो। " उन्होंने दावा किया कि "चार करोड़ वोट कट गया तो बीजेपी का हर विधानसभा में 84 हजार वोट कट गया। " अखिलेश ने इस प्रक्रिया को "SIR नहीं, NRC" बताया, और कहा कि "जो सरकार नहीं कर पाई, गृह मंत्रालय नहीं कर पाया, वो चुनाव आयोग से कराया जाएगा। " उन्होंने यह भी कहा कि "कोई बीजेपी का नेता घुसपैठियों की पहचान नहीं कर सकता," जो चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाता है।
खाद की कमी और पर्यावरण मुद्दे
अखिलेश यादव ने सरकार पर खाद की कमी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि "सरकार खाद की कमी पर जवाब नहीं देना चाहती है इसलिये उन्हें वंदे मातरम् याद आ रहा है। " यह दर्शाता है कि विपक्ष सरकार को जनता से जुड़े बुनियादी मुद्दों पर घेरने की कोशिश कर रहा है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने पर्यावरण प्रदूषण के मुद्दे पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया। अखिलेश ने बताया कि "प्रदूषण की वजह से लखनऊ में मैच नहीं हो पाया। " उन्होंने सरकार पर "अपना AQI निकाला है" कहकर डेटा में हेरफेर का आरोप लगाया और अखिलेश ने स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी के विधायक इन सभी मुद्दों पर विधानसभा में सरकार से सवाल उठाएंगे और जवाब मांगेंगे।