- भारत,
- 21-Sep-2025 11:36 AM IST
PM Modi News: देश में 22 सितंबर, 2025 से जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) की नई दरें लागू होने वाली हैं। इससे ठीक एक दिन पहले, यानी रविवार, 21 सितंबर को शाम 5 बजे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करने वाले हैं। इस संबोधन को लेकर देशभर में उत्सुकता और अटकलों का माहौल है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस अवसर पर कुछ बड़े ऐलान कर सकते हैं, जिसमें नई जीएसटी दरों के अलावा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है।
जीएसटी दरों में कटौती: आम जनता को राहत
22 सितंबर से लागू होने वाली जीएसटी की नई दरों के तहत कई आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर कर की दरों में कटौती की जा रही है। इस बदलाव से कई वस्तुओं की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है, जिससे आम जनता को आर्थिक राहत मिलने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी लागू होने के बाद से यह अब तक का सबसे बड़ा सुधार हो सकता है। यह कदम उपभोक्ताओं के लिए बचत के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को गति देने में भी मददगार साबित हो सकता है।
पीएम मोदी का संबोधन: क्या होंगे मुख्य बिंदु?
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पीएम मोदी का संबोधन किन मुद्दों पर केंद्रित होगा, लेकिन कई संभावनाएं चर्चा में हैं:
जीएसटी दरों पर चर्चा: नई जीएसटी दरों के लागू होने से ठीक पहले यह संबोधन होने के कारण, माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस सुधार के लाभ और इसके आर्थिक प्रभावों पर प्रकाश डाल सकते हैं। यह संबोधन आम जनता को यह समझाने का एक अवसर हो सकता है कि ये बदलाव उनके जीवन को कैसे आसान बनाएंगे।
आत्मनिर्भरता पर जोर: हाल ही में अपने गुजरात दौरे के दौरान पीएम मोदी ने कहा था, "हमारा असली दुश्मन कोई और नहीं है, हमारा असली दुश्मन दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता है।" इस बयान को देखते हुए, संभावना है कि वह अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उठाए जा रहे कदमों पर बात करें। खास तौर पर, अमेरिका द्वारा प्रस्तावित 50% टैरिफ और नए H1 वीजा शुल्क जैसे मुद्दों पर भारत की स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं।
नवरात्रि का महत्व: 22 सितंबर से नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है। गुजरात दौरे पर पीएम ने इस बार की नवरात्रि को "बेहद खास" बताया था। ऐसे में, वह अपने संबोधन में इस पर्व के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व पर भी प्रकाश डाल सकते हैं, साथ ही देशवासियों को शुभकामनाएं दे सकते हैं।
पहले भी रहे हैं महत्वपूर्ण संबोधन
पीएम मोदी ने इससे पहले 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर और भारत-पाकिस्तान के बीच हुए तनाव के दौरान देश को संबोधित किया था। उनके इन संबोधनों में राष्ट्र निर्माण, एकता और विकास जैसे मुद्दों पर जोर दिया गया था। इस बार भी देशवासियों की नजरें उनके भाषण पर टिकी हैं, क्योंकि यह संबोधन न केवल आर्थिक सुधारों बल्कि वैश्विक और सांस्कृतिक मुद्दों को भी छू सकता है।
