देश / पद मिले या ना मिले राहुल व प्रियंका गांधी के साथ खड़ा रहूंगा: नवजोत सिद्धू

Zoom News : Oct 02, 2021, 04:27 PM
नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को कहा कि, पद रहे या ना रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ रहूंगा। गांधी और शास्त्री जी के सिद्धांतों को मानूंगा। पंजाब कांग्रेस में जारी कलह के बीच नवजोत सिद्धू के इस बयान को काफी अहम माना जा रहा है। हाल ही में सिद्धू ने चन्नी सरकार के कुछ फैसलों से नाखुशी जाहिर करते हुए पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष पद छोड़ दिया था।

शनिवार को गांधी जयंती के मौके पर नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर लिखा कि, गांधी जी और शास्त्री जी के रास्ते पर चलता रहूंगा, पद मिले या ना मिले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़ा रहूंगा। सिद्धू ने आगे कहा कि सभी नकारात्मक ताकतों को मुझे हराने में जुटे रहने दीजिए, मैं हर सकारात्मक उर्जा से पंजाब की जीत सुनिश्चित करूंगा, पंजाबियत जीते और हर पंजाबी जीतेगा।

पंजाब में चल रही सियासी उठापटक के बीच आलाकमान पर दबाव डालने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना इस्तीफा दिया था। इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से 30 सितंबर को मुलाकात करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद पर बने रह सकते हैं और पार्टी एक समन्वय समिति का गठन कर सकती है जिसके साथ पंजाब सरकार द्वारा भविष्य में लिए जाने वाले बड़े फैसलों पर विचार-विमर्श किए जाने की संभावना है।

अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक सिद्धू के इस कदम से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बेहद नाराज थे। हालांकि बाद में सिद्धू सीएम चन्नी से मुलाकात के बाद मान गए थे और फिलहाल वे पार्टी प्रधान हैं। लेकिन पूरे मामले में हाईकमान की नाराजगी उन्होंने मोल ले ली थी।

दरअसल कैप्टन के हटने के तुरंत बाद ही आलाकमान ने सिद्धू की अनदेखी शुरू कर दी थी। शुरुआती दौर में सिद्धू को सिर माथे पर लेकर चल रहा कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व अचानक ही सिद्धू से मुखर हो गया और चन्नी कैबिनेट में सिद्धू के फैसलों को दरकिनार कर दिया गया। आलाकमान का संदेश स्पष्ट है कि पंजाब में चन्नी की नुमाइंदगी में ही यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दबाव की रणनीति काम नहीं आएगी।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER